सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
चम्बा, 13 अगस्त
भारतीय डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक के पदों के लिए न्यूनतम शिक्षा दसवीं पास अधिकतम प्राप्त अंकों के आधार पर भर्ती की जाती है। इन पदों के लिए अन्य राज्यों के इच्छुक युवा ऑनलाइन आवेदन करते हैं। अन्य राज्यों के कई युवा नौकरी हासिल करने की चाहत में झूठ का सहारा लेकर दसवीं का फर्जी प्रमाण पत्र दे देते हैं।
ऐसे ही तीन मामले चम्बा मंडल के डाक विभाग में सामने आए है जिन्होंने दसवीं के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी हासिल करने वाले तीन शाखा डाकपाल को विभागीय कार्रवाई करते हुए नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। इनमें दो शाखा डाकपाल हरियाणा और एक उत्तर प्रदेश राज्य का रहने वाला है।
हालांकि फर्जी दस्तावेजों का मामला सामने आने के बाद इन तीनों शाखा डाकपालों को सस्पेंड कर दिया गया था। इन तीनों के खिलाफ डाक विभाग की ओर से पुलिस में पहले ही एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है।पुलिस इस फर्जीबाड़े मामले की अलग से जांच में जुटी हुई है।
डाक विभाग चंबा मंडल के अधीक्षक संजय कुमार ने इस सम्बध में जानकारी देते हुए बताया कि दसवीं के फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी पाने वाले तीन शाखा डाकपाल को बर्खास्त कर दिया गया है। फर्जीबाड़े की पुलिस अलग से जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि इनमें दो हरियाणा व एक उत्तर प्रदेश राज्य का निवासी है। इन तीनो शातिरों ने जुलाई, 2022 में हुई ऑनलाइन भर्ती में आवेदन कर डाक विभाग में जुलाई, 2022 में शाखा डाकपाल की नौकरी पाई थी, मगर इन तीनों के दस्तावेज जांच के दौरान दसवीं के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए तो डाक विभाग ने कार्रवाई करते हुए इन तीनों शाखा डाकपाल को सस्पेंड कर दिया।
वहीं पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाने के साथ विभागीय जांच बिठा दी थी। तीनों के दसवीं के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी पाने के आरोप सही पाए गए हैं। इस पर डाक विभाग ने इन तीनों शाखा डाकपाल को नौकरी से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं।