सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
जोगिन्दर नगर, 12 अक्तूबर
हिमाचल किसान सभा की जोगिन्दर नगर ब्लॉक कमेटी की बैठक आज आज मच्छयाल में रविंदर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मत प्रसताव पारित कर मांग की गई कि मच्छयाल में एक नया खंड विकास कार्यालय खोला जाये।
ब्लॉक कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं मंडी जिला अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज ने कहा कि इस विकास खंड का नाम जोगिन्दर नगर या फिर मच्छयाल रखा जाये। मच्छयाल में इस के लिए पर्याप्त भूमि भी है तथा नया विकास खंड समय की जरूरत भी है।
उन्होंने कहा कि कुछ पंचायतें ऐसी हैं जिनकी दूरी वर्तमान विकास खंड कार्यालय से बहुत ज्यादा है। इनमें से विकास खंड की द्रंग की 16 तथा विकास खंड चौंतड़ा की 10 पंचायतों को मिलाकर नया विकास खंड बनाया जा सकता है। किसान सभा इसके लिए सभी पंचायतों में हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगी।
किसान सभा ने इस बरसात में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की शीघ्र भरपाई करने की सरकार से मांग की है। किसान सभा ब्लॉक कमेटी की मांग है कि सभी प्रभावितों को हर प्रकार के नुकसान का मुआवजा दिया जाये तथा मनरेगा के तहत ड़ंगे लगाने के लिए गरीबों को हाशिये पर न डाला जाये बल्कि उन्हें भी प्राथमिकता दी जाये।
जिन किसानों के नुकसान को राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया है उसे रिकॉर्ड में दर्ज किया जाये। किसान सभा ने मच्छयाल के पुल के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने तथा दिवाली तक इसे जनता को समर्पित करने की भी मांग की है।
किसानों की मांगों, आपदा प्रभावितों के मुद्दों तथा केंद्र सरकार के प्रस्तावित जनविरोधी बिजली बिल तथा स्मार्ट मीटर लगवाने के फैसले के खिलाफ 25 नवंबर को शिमला में होने वाले विशाल महापड़ाव में जोगिन्दर नगर से कम से कम 100 कार्यकर्ता हिसा लेंगे।
इस बारे में कुशाल भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार का बिजली के स्मार्ट मीटर लगवाने का फैसला पूरी तरह से जनविरोधी है। यह इस देश में बिजली के पूरी तरह निजीकरण की शुरूआत है। जिन राज्यों में ये स्मार्ट मीटर लगे हैं वहाँ आम उपभोक्ताओं के बिजली के बिल बीस हजार से 30 हजार रूपये तक आ रहे हैं, जबकि पहले उनके बिल पाँच-छः सौ रूपये आता था। इन स्मार्ट मीटर के अलग से 10 हजार रूपये भी उपभोक्ताओं से ही वसूल किए जाएँगे। किसान सभा मोदी सरकार की इस मुहिम का पुरजोर विरोध करेगी।
किसान सभा की ब्लॉक कमेटी ने जोगिन्दर नगर अस्पताल, पधर अस्पताल, लडभड़ोल अस्पताल तथा चौंतड़ा, द्रमण, पदवाहण पीएचसी में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के रिक्त पद शीघ्र भरने, कुफ़री व भराड़ू स्थित आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी में पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाने, क्षेत्र की सभी सड़कों की दुर्दशा सुधारने, मकरीड़ी में तहसील भवन का निर्माण करने, भराडू में बिजली बोर्ड का उपमंडल खोलने, मच्छयाल में जलशक्ति विभाग तथा मकरीड़ी में लोक निर्माण विभाग का उपमंडल खोलने की मांग भी की है।
जुलाई महीने में ब्यास नदी में बह चुके कून का तर पुल का निर्माण शीघ्र शुरू करने तथा जब तक नया पुल नहीं बन जाता है, तब तक वैली वैली ब्रिज स्थापित करने की भी मांग किसान सभा ने की है। जंगली जानवरों व आवारा पशुओं के समाधान की भी किसान सभा ने प्रदेश सरकार से मांग की है।
बैठक रविंदर कुमार, काली दास ठाकुर, किशन सिंह, मोहन सरवाल, सुदर्शन वालिया, पूर्ण चंद, राम सिंह ठाकुर, वीरेंद्र, ज्ञान धरवाल, बुधि सिंह, इंद्रा देवी, सुनीता देवी, देवी सिंह, ठाकर सिंह, महेंद्र सिंह, रमेश चंद, जगदीश चंद, भादर सिंह आदि ने भी हिस्सा लिया।