सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू,22 नवम्बर
हिमाचल प्रदेश में मनाली के रांगड़ी में सीएनजी स्टेशन समुद्र तल से 6368 फिट की ऊंचाई पर भारत का सबसे ऊंचा स्टेशन बना है। यह खिताब फिलहाल मनाली के नाम आ गया है। इस सीएनजी स्टेशन में सीएनजी भरने का काम शुरू हो गया है। शुरुआती दौर में बाहरी राज्यों से आ रहे सीएनजी वाहन यहां सीएनजी भरवा रहे हैं। झीड़ी में भी सीएनजी स्टेशन खोलने की प्रक्रिया चल रही है। इको फ्रेंडली सीएनजी से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा।
चंडीगढ़ से लेकर मनाली तक जगह-जगह सीएनजी स्टेशन खोले जा रहे हैं। ऐसे में सीएनजी का इस्तेमाल कर ही वाहन गंतव्य तक पहुंच पाएंगे। इससे प्रदूषण भी नहीं फैलेगा।
दिल्ली-चंडीगढ़ से पर्यटन नगरी मनाली आने वाले पर्यटक सीएनजी वाहनों चालकों और मालिकों को अब सीएनजी रिफिल करने की चिंता नहीं रहेगी।
मनाली के रांगड़ी में सीएनजी स्टेशन शुरू हो गया है। मंडी और कुल्लू जिले की सीमा पर झीड़ी में जनवरी 2024 से एक सीएनजी स्टेशन चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस तरह वाहनों को लगातार फोरलेन में सीएनजी का विकल्प उपलब्ध रहेगा। दिल्ली और चंडीगढ़ से वाहनों को सीएनजी फुल करवा रहे वाहन यहां भी इसी को भरवा पाएंगे।
रांगड़ी और झीड़ी के अलावा अन्य जगहों में भी सीएनजी स्टेशन स्थापित करने के लिए भारत सरकार की ओर से अधिकृत नेचुरल गैस वितरण कंपनी गैसोनेट साइट की तलाश कर रही है। ऐसे में फोरलेन हिस्से में जगह-जगह आने वाले दिनों में पेट्रोल पंप के साथ सीएनजी स्टेशन भी देखने को मिलेंगे।
सीएनजी स्टेशन खुल जाने से हिमाचल में भी सीएनजी आधारित वाहनों का इस्तेमाल बढ़ सकता है। दिल्ली-चंडीगढ़ के अधिकतर वाहन सीएनजी किट से लैस रहते हैं, पूर्व में हिमाचल में सीएनजी न मिलने पर इन्हें पेट्रोल ईंधन इस्तेमाल करना पड़ता था, लेकिन अब सीएनजी की उपलब्धता होने पर इसकी खपत होगी।
वर्तमान में हिमाचल में सीएनजी वाहन की संख्या शून्य के बराबर है। यहां अधिकतर एलएमवी पेट्रोल और डीजल ईंधन आधारित ही इस्तेमाल किया जा रहे हैं। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ अब रुझान बढ़ रहा है।