सुरभि न्यूज
खुशी राम ठाकुर, बरोट
केन्द्र सरकार द्वारा चलाए गए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के चलते समूचे प्रदेश सहित जिला कांगड़ा की दुर्गम छोटा भंगाल घाटी में अब कोई भी व्यक्ति निरक्षर नहीं रहेगा। एससीई आरटी की तरफ से पुरे प्रदेश में ऐसी मुहिम को आरम्भ किया गया है जिसके चलते गाँवों में तैनात वालंटियर शिक्षक स्वयं घर – घर जाकर अब तक किसी कारण वश निरक्षर रहे व्यक्ति को साक्षर बनाने में पूरी तरह जुट गए हैं।
जानकारी के अनुसार वे शिक्षक बदले में किसी तरह का मासिक वेतन या फिर मानदेय नहीं ले रहे हैं और केवल इसके लिए मास्टर ट्रेनर की ओर से जो ट्रेनिंग दी जा रही है उसी के अनुसार ही उनके द्वारा निरक्षर व्यक्तियों को शिक्षित बनाया जा रहा है। बैजनाथ में तैनात मास्टर ट्रेनर राजिंद्र के अनुसार उन्होंने अब तक बैजनाथ ब्लॉक में कई शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है तथा कुुुछ शिक्षकों को प्रशिक्षण देना अभी शेष है। उन्होंने कहा कि इस दौरान शिक्षकों द्वारा 18 से कम और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले हर निरक्षर व्यक्तियों को पढ़ाया जाएगा। उन्हें केवल बेसिक एजुकेशन दी जाएगी बल्कि अक्षर ज्ञान के साथ उन्हें विभिन्न तरह के स्किल कोर्स भी पढ़ाए जाएंगे जिसकी शुरूआत प्रदेश के बिलासपुर जिले से कर दी गई है और अब धीरे – धीरे प्रदेश के हर जिले में चालू कर दी जाएगी।
बैजनाथ ब्लॉक के अंतर्गत आनी वाली छोटाभंगाल में स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला नलहौता में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के चलते हाल ही में तैनात वालंटियर शिक्षिका संगीता देवी ने बताया कि वे अपने क्षेत्र में निरक्षर व्यक्ति को शाम पांच बजे के बाद डेढ़ से दो घंटे तक हिंदी वर्णमाला, हिंदी मीडियम, अंग्रेजी मीडियम, हिसाव तथा बैकों के फार्म भरना सीखा रही है।
उन्होंने बताया कि वे अपने क्षेत्र में लगभग 20 निरक्षर व्यक्तियों को शिक्षा प्रदान करवा रही है। जिसमें महिलाओं की संख्या अधिक है। जानकारी के अनुसार छोटाभंगाल घाटी में अब तक 10 वालंटियर शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है शेष रहे शिक्षकों को भी बहुत जल्द तैनात कर दिया जाएगा।