सुरभि न्यूज़ ब्युरो
सिधवां, बंजार
प्रधानमंत्री मोदीजी तीसरी बार मांडव ऋषि की तपोस्थली मंडी आए और हिमाचल प्रदेश की त्रासदी की पीड़ा तो छोड़िए बल्कि मंडी संसदीय क्षेत्र को विकास के पथ पर कैसे ले जाना है, इसपर कोई विजन नहीं रखा। हर बार की तरह इस बार भी सिर्फ वोट की गुहार लगाई। आपदा से त्रस्त मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता के जख्मों पर मरहम लगाना तो दूर की बात है बल्कि जिक्र तक नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने मीडिया के सामने कही।
उन्होंने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की अपनी तर्ज पर मोदीजी ने आपदा प्रबंधन हेतु सभी राज्यों को दी जाने बाली परंपरागत राशि में भी घोटाले का आरोप प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जड़ा। आपदा में हिमाचल के लोगों को लावारिस छोड़ने वाले भाजपाई हर मोर्चे पर जनता के साथ खड़ी कांग्रेस को कटघरे में खडा करने के लिए दुष्प्रचार कर रही है।
इंदु पटियाल ने कहा कि ये अति खेदजनक है कि देश के शीर्ष पदों पर बैठे भाजपा नेतृत्व केवल मात्र चुनावी लाभ अर्जित करने हेतु दुष्प्रचार करें और अपने पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं। आपदा में हिमाचल सरकार के मुख्यमंत्री के निर्देशों पर समस्त विधायकों, मंत्रियों, नेताओं और कांग्रेस कमेटियों ने आपदा राहत कमेटी के रूप में जनता के बीच रह कर सजग, सहयोगी भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री राहत कोष की स्थापना कर 4500 करोड़ का राहत पैकेज जारी कर प्रभावित परिवारों को आवंटन किया, जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपनी कुल जमा पूंजी 51 लाख की राशि भी दान की। प्रभावितों को राहत राशि और मुआवजा राशि तीन गुणा बढाई और तीन माह तक मुफ्त राशन के साथ मकान का किराया भी अदा किया। अवैध खोखा मालिकों को भी समान राहत प्रदान की।
प्रदेश सरकार ने कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कर हिमाचल को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर विशेष राहत पैकेज जारी करने की गुहार लगाई किंतु मोदीजी ने सुनवाई न की, क्योंकि सरकार कांग्रेस की होने से उनके मन में जनता के प्रति द्वेष उपजा जबकि उत्तराखंड में अपेक्षाकृत कम क्षति होने पर भी आपदा प्रभावित प्रदेश घोषित कर विशेष राहत पैकेज जारी किया, क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है। भाजपा की कथनी और करनी का यही फर्क आज देश को जाति, लिंग, धर्म, कर्म के साथ दलों में भी बांट रहा है। मंडी संसदीय क्षेत्र की प्रत्याशी कंगना तो मोदीजी से दो कदम आगे हैं। वे कांग्रेस की देन फोरलेन और रोहतांग टनल को भाजपा की उपलब्धि में गिनती हैं, जबकि सचाई ये है कि गत दस वर्षों से फोरलेन प्रभावितों को केंद्र की मोदी सरकार मुआवजा भी देने में अन्याय कर रही है। इसी कारण फोरलेन संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिनेश सेन ने ऐलान किया है कि स्वारघाट से मनाली तक प्रभावित, विस्थापित समिति कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को संपूर्ण समर्थन दे।