प्राकृतिक आपदा : जोगिन्दर नगर गाँव डोल के लोग जी रहे डर के साए में, फिर से सिर पर मंडरा रहा बरसात का खतरा

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सुरभि न्यूज़

अभिषेक शर्मा /जोगिंदर नगर

हिमाचल अभी पिछली बरसात के जख्म भूला नहीं, कहीं जख्म भरे हैं… तो कहीं अभी भी हरे हैं, लेकिन चिंता की बात ये है कि बरसात फिर शुरू होने वाली हैं ऐसे मे लोग ये सोच सोच कर परेशान हैं कि आखिर इस बार बरसात क्या कहर बरपेगी ?

कुछ ऐसी चिंता और डर के साए में जी रहे हैं जिला मंडी उपमंडल जोगिंदरनगर गाँव डोल के लोग… जहां लड़भड़ोल से नेरी लाँगना स्टेट हाईवे रोड पर स्थित लांगना से क़रीब 3 किलोमिटर डोल गांव में मेन रोड के साथ नाली लोगों के लिए चिंता का कारण बन रही है। दरअसल इस नाले से आने वाले पानी की निकासी के लिए विभाग ने पुली का निर्माण किया था ताकी बरसात का पानी बिना लोगों को नुकसान पहुंचाए निकल जाए लेकिन पिछली बरसात में ऐसा नहीं हुआ।

पिछली भारी बरसात के कारण सड़क और नाली का पानी ओवर फ्लो हो गया और सड़क की साइड में बने सीड़ी नुमा रास्ते से भारी फ्लो के साथ गांव की और घुस गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि वो अपने साथ पच्थर, मिट्टी समेत जो भी चपेट में आया वो लेकर गांव में घुस कर कुछ घरों का भारी नुक़सान पंहुचाया। लेकिन अब दोबारा बरसात में ऐसा ना हो इसके लिए डोल गांव के लोगों ने लोक निर्माण विभाग को इस समस्या से कई बार अवगत कराया।

जिस पर विभाग ने जैसे तैसे उस फ्लड वाली सड़क को चौड़ी करने का काम शुरू किया ताकि जब पुली का काम शुरू हो तो वाहनो की आवाजाही बंद न हो लेकिन सड़क को थोड़ा सा चौड़ा कर जो सड़क का मलबा निकला उसको हटाया ही नहींऔर वहीँ ढेर लगा दिया और नालियों को पूरी तरह ख़ाली नहीं किया।

बीच में काम अधूरा काम छोड़ कर बंद कर दिया। अब फिर से दुबारा बरसात आने वाली है, ऐसे में लोग डर के साए में जी रहे हैं। अगर पहले जैसे बरसात बरसे तो पुरे गाँव के लिए तबाही का अंदेशा  बना हुआ है। गांव वालों का कहना है कि समय रहते काम शुरू कर इस समस्या से निजात दिलाई जाए।

लोक निर्माण विभाग सहाय अभियंता पवन गुलरिया कहा कि 900 एमएम व्यास वाली मौजूदा पुलिया में पानी की निकासी हो रही है पिछले साल भारी बरसात के कारण नालियां मिट्टी से भर गई थी वहां कल मशीन व मजदूर भेज कर नालियों को ठीक कर दिया जाएगा।

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