सुरभि न्यूज़
मनाली, 04 जुलाई
जिला कुल्लू के मनाली में बरसात की पहली बारिश होने पर बागबानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है और लोगों को गर्मी से भी निजात मिली है। आज दोपहर मनाली में बारिश होने से बागबान गदगद हो उठे। पिछले कुछ दिनों से गर्मी पड़ने के कारण सेव के पौधों में नमी की कमी हो गईं थी और कई जगहों पर पेड़ पौधे सूखने के कगार पर थे। बारिश होने के कारण व ठंड होने से पर्यतकों की संख्या में भी एक दम कमी आई। शिरढ गांव के बागवान गोपाल भार्गव का कहना है कि यह बारिश सेव व अन्य पेड़ पौधों व फसल के लिए बरदान साबित हो गई है। बारिश होने से ब्यास नदी के जल स्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं आलू ग्राउंड, ब्रान, पतलीकूहल, कटराई विहाल व रायसन के साथ व्यास नदी बहने के कारण स्थानीय लोगों को बाढ़ का भी डर सता रहा है। क्यूं कि सरकार द्धारा इन जगहों पर बाढ़ रोकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। रायसन के बबलू, ओम, परवीन का कहना कि जुलाई 2024 की तरह इस साल भी बाढ़ आई तो इलाको में भारी तबाही हो सकती है। क्यूं कि रायसन जैसे इलाका में स्थिति जस की तस बनी हुईं है। रायसन (चंडीगढ़) इलाका सब से संवेदनशील इलाका है। इस को बचाने के लिए लोगों ने कई बार प्रशासन व स्थानीय विधायक से भी गुहार लगाई थी। मगर व्यास नदी जल स्तर बढ़ने से इस इलाके में ड्रेसिंग का कार्य भी नही हो पाया। अब लोगों को यही डर सता रहा है कि इस बरसात में कोई जानमाल का नुकसान न हो।