सुरभि न्यूज़ ब्युरो
केलांग, 07 जुलाई
लाहौल स्पीति पुलिस को एक बडी कामयाबी हासिल की है। लाहौल स्पीति पुलिस को 19 जून को एक गुमशुदा व्यक्ति की सुचना पुलिस चौकी कोकसर में मिली थी। लापता व्यक्ति जिसका नाम अंकज कुमार पुत्र देस राज गांव लखनकोठी डा. रोपरी तह.सरकाघाट जिला मंडी जिसकी लापता होने की रिपोर्ट इसके पिता देश राज द्वारा दर्ज कराई गई थी।
जिस पर पुलिस ने इस व्यक्ति के सर्च ऑपरेशन के लिए एक टीम मुख्य आरक्षी सीता कुमार के नेतृत्व में गठित की गई टीम में आरक्षी संजीव कुमार साइबर सुरक्षा सेल केलांग से मुख्य आरक्षी अजय एवं आरक्षी शुभम कुमार शामिल थे।
पुलिस की जानकारी के अनुसार यह व्यक्ति मुस्तश होटल कूठ विहाल में होटल का संपूर्ण लेखा जोखा का कार्य देखता था और इसको ऑनलाइन गेम्स का काफी शौक था जिस पर यह काफी पैसे गेम्स में लुटाया करता था। दिनांक 18 जून को सुबह 3:00 बजे यह प्राइवेट टैक्सी से कुठ विहाली से मनाली चला गया और मनाली से चंडीगढ़ (हिमाचल पथ निगम की बस द्वारा) गया और अपने सभी मोबाइल नंबर सोशल मीडिया इत्यादि बंद कर दिए।
उसी दिन चंडीगढ़ पहुंच कर इसने चण्डीगढ़ सेक्टर 22 में शॉपिंग की और उसी दिन शाम को यह चंडीगढ़ से शिमला के लिए रवाना हुआ। वहां से यह किन्नौर और रामपुर गया जहां इसने 2 दिन गुजारे उसके बाद यह रामपुर से उत्तर प्रदेश के अल्मोड़ा गया और अल्मोड़ा से रानीताल तक इसने दो बार सफर किया पुलिस ने बताया कि इस समय तक किसी भी माध्यम द्वारा इसे ट्रैक नहीं किया जा रहा था।
अंत में पुलिस के हाथ एक सबूत लगा जिसने इस पूरे सर्च ऑपरेशन का रुख मोड़ दिया। उपरोक्त व्यक्ति द्वारा जूते ऑनलाइन ऑर्डर किए गए थे। फिर पुलिस ने इसके नए मोबाइल फोन का पता लगाया। पता चला कि उपरोक्त व्यक्ति किसी हॉस्टल में रुका है। उसके बाद सर्वप्रथम डिलीवरी ब्वॉय से उपरोक्त लापता व्यक्ति के बारे में पूछताछ की गई। सीता कुमार की टीम ने उपरोक्त व्यक्ति को नैनी ताल के एक निजी यूथ हॉस्टल से सफलतापूर्वक पकड़ लिया है।
इस व्यक्ति द्वारा एक नकली आधारकार्ड बनाया गया था जिसमे नाम तनिष्क लिखा गया था और पता पंजाब का था हॉस्टल के रजिस्टर में सर्वप्रथम हिमाचल से कोई व्यक्ति की एंट्री न पाई गई जब गहनता से हॉस्टल रजिस्टर की जांच की गई तो उपरोक्त व्यक्ति की शकल का आधार कार्ड पाया गया और हमारी टीम ने उसे उसी व्यक्त मौके पर ही पकड़ा। फिर पूछताछ के बाद उपरोक्त व्यक्ति को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने इस की पुष्टि की है।