सुरभि न्यूज़ ब्युरो
कुल्लू, 27 जुलाई
कुल्लू जिला प्रशासन की कुल्लू दशहरा आयोजन की तैयारीयों के लिए हुई बैठक को लेकर बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी व आनी विधायक लोकेंद्र कुमार ने कुल्लू में रहकर इस बैठक का बहिष्कार किया है।
विधायक शौरी ने कुल्लू में मीडिया को बताया कि लगभग तीन माह पूर्व ही दशहरा के आयोजन लिए प्रशासन की बैठक का आयोजन को लेकर सरकार व सरकार में सीपीएस सुंदर ठाकुर से उनकी मंशा पर कई सवाल खड़े करना नजर आता है।
विधायक शौरी ने कहा कि पिछले बर्ष के दशहरा में अभूतपूर्व घाटा उठाने के बाद यह सरकार अब जनहित की प्राथमिकताओं को दरकिनार कर लगभग तीन माह पूर्व ही प्रशासन को दशहरा के आयोजन में झोंकने पर उतारू है।
बरसात के दिनों में आपदा से राहत और बचाव कार्यों पर ध्यान देने के बजाए दशहरे आयोजन पर जोर देने के पीछे सरकार व प्रशासन की मंशा प्रश्नवाचक है। आए दिन बरसात के साथ बादल फटने व भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं व इसकी आशंका लगातार बनी हुई है।
लेकिन यह सरकार इस बर्ष की बरसात व बीते बर्ष की प्राकृतिक आपदा में हुए नुक़सान के प्रति असंवेदनशील हो गई है।
भू सर्वेक्षण के आधार पर पिछले बर्ष आपदा से प्रभावित ज़िला ख़तरे की जद्द में बताए गाँवों में राहत व पुनर्वास के लिए सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए है। फसल व निजी भूमि के गत बर्ष नुक़सान की भरपाई के मामले अभी भी प्रशासन के पास लंबित पड़े हुए हैं।
विधायक ने ज़ोर देते हुए कहा कि दशहरा आयोजन में सहयोग के लिए वे सदैव की भाँति तत्पर हैं परन्तु इस तरह से अपने निजी हितों को साधते हुए समय से पूर्व ही प्रशासन को जनहित के कार्यों को दरकिनार कर इस आयोजन में झोंक देना बेहद गंभीर विषय है।
विधायक शौरी ने मीडिया के माध्यम से सरकार व सीपीएस सुंदर ठाकुर से भूतनाथ पुल, भुंतर पुल, लारजी पुल, पिछले बर्ष के राहत के मामलों व ख़तरे की जद्द में रह रहे गाँवों व अन्य विकास कार्यों की सुध लेने का आग्रह किया है।