सुरभि न्यूज़
मनाली ( बौद्ध)
शिमला जिले के सुन्नी क्षेत्र से सम्बंध रखने वाले हिन्दी अध्यापक व शोधार्थी छविन्दर शर्मा ने मीडिया को बताया कि विश्व हिन्दी परिषद द्वारा दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में “हिन्दी भाषा और विकसित भारत” पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। छविन्दर शर्मा हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में शोधार्थी है और डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति जी के निर्देशन में शोधरत है।
इस दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के नामी शिक्षाविदों व साहित्यकारों ने शिरकत की और हिन्दी भाषा पर चिन्तन-मनन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री भारत सरकार की गरिमामय उपस्थिति रही व इनके अलावा तोखन साहू, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री, फग्गन सिंह कुलस्ते, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ सांसद, प्रोफेसर दिनेश सकलानी, निदेशक एनसीईआरटी भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इनके अलावा कंभमपाठी हरिबाबू , महामहिम राज्यपाल, मिजोरम, पदम् श्री आचार्य यार्लगडा लक्ष्मी प्रसाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिन्दी परिषद, चिंतामणि महाराज, सांसद लोकसभा, नागेन्द्र नारायण सिन्हा, इस्पात सचिव, भारत सरकार भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व में हिन्दी को विशेष पहचान दिलवाना है। इस विषय पर गहन चिंतन व मनन किया गया। सम्मेलन में आए तमाम अतिथियों ने अपने सम्बोधन में हिन्दी भाषा की गरिमा व दिव्यता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केवल विदेशी जमीं पर ही नहीं अपने भारतवर्ष से ये पहल करनी पड़ेगी तभी हिन्दी भाषा की विशिष्ट अस्मिता बनेगी। शर्मा ने बताया कि इस दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में तीन सौ के लगभग शिक्षाविदों, शोधार्थियों व साहित्यकारों व समाज सेवियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।