सुरभि न्यूज़ ब्युरो
रामपुर, 01अगस्त
- प्रभावित श्रेत्र को रेस्क्यू कार्य के लिए छह हिस्सों में बांटा
- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी, सीआईएसएफ, आईटीडीपी, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन दल बचाव कार्य में शामिल
- बुशहर सदन में ठहराए जाएंगे प्रभाव
रामपुर के झाकड़ी क्षेत्र से सटे समेज खड में बादल फटने की घटना 31 जुलाई देर रात होने के कारण 36 लोग लापता हो गए है। जिला प्रशासन ने इन लोगों को रेस्क्यू करने के लिए आज सुबह साढ़े पांच बजे से बचाव कार्य आरंभ कर दिया। उपाुयक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी सुबह की मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उपायुक्त ने सारे बचाव कार्य की निगरानी की और पल-पल रणनीति बनाकर कार्य में तीव्रता लाई।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला प्रशासन, पुलिस सहित सभी विभाग एक जुट होकर बचाव कार्य में लगे हुए है। करीब 85 किलोमीटर तक के क्षेत्र में बचाव कार्य को किया जाना है। इस बचाव कार्य को लेकर प्रभावित क्षेत्र को छह हिस्सों में बांटा गया है। 36 लोगों के लापता होने की पुष्टि हो पाई है। इनमें से तीन लोग कुल्लू क्षेत्र से संबध रखते है जबकि 33 शिमला क्षेत्र में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ हिस्से की निगरानी एसडीएम कुमारसैन कर रहे है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन दल को बचाव कार्य टीम में शामिल किया गया है।
पुलिस को प्राथमिक सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल एसडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड अग्निशमन दल की टीम बनाकर मौके के लिए रवाना किया। लेकिन घटना स्थल पर पहुंचना काफी चुनौती भरा था। घटना स्थल तक जाने वाली सड़क दोनों तरफ टूट चुकी थी। ऐसे में बचाव दल दो किलोमीटर पैदल चलकर ही घटना स्थल पर पहुंचा। देर रात को समेज में भारी बारिश और बादल फटने से कई घर बह गए। उन्होंने कहा कि सुबह सूर्योदय के साथ ही बचाव कार्य पुनः आरंभ होगा और सूर्यास्त के साथ कार्य समाप्त हुआ करेगा। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में लगी टीम को अलग-अलग स्थानों पर ठहराया गया। इसमें कुछ स्थानीय युवक मंडल और लोग भी मदद कर रहे है।
एडीसी को डिप्टी इंसीडेंट कमांडर किया नियुक्त
इस घटना को देखते हुए उपायुक्त ने अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा को डिप्टी इंसीडेंट कमांडर नियुक्त किया है, जोकि सुन्नी कोलडैम में ही तैनात किए गए है। इसके साथ ही आपदा में लापता लोगों को कोलडैम में ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन की निगरानी करेंगे। वीरवार को दिन भर सर्च ऑपरेशन किया लेकिन कोई रेस्क्यू नहीं हो पाया।
टाईम लाइन
– 31 जुलाई देर रात 12ः15 बजे बादल फटने की घटना
– झाकड़ी पुलिस स्टेशन में सुबह सवा तीन बजे के करीब पंचायत उप प्रधान ने घटना की सूचना दी
– हेंड कांस्टेबल संजीव की अगुवाई में पुलिस की टीम घटना स्थल के लिए साढ़े तीन बजेे रवाना
– करीब पौने चार बजे ग्रीनको कंपनी की ओर से एसडीएम रामपुर निशांत तोमर को सूचना मिली।
– चार बजे एसडीएम ने एनडीआरएफ एसडीआरएफ, पैरामिलिटरी फोर्स, पुलिस से संपर्क कर लिया था।
– करीब पांच बजे एसडीएम रामपुर अपनी टीम के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हुए।
– पांच बजकर 40 मिनट पर एसडीएम घटनास्थल पर पहुंचे।
– खड के दूसरी तरफ 10 लोग फंसे हुए थे जिन्हें रेस्क्यू करने में करीब चार घंटे लगे।
– सुबह सात बजे के करीब सारे बचाव दल घटना स्थल पहुंचे।
– सुबह सवा दस बजे के करीब उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी घटना स्थल पर पहुंचे।
– सुबह साढ़े दस बजे तक सभी लोगों को रेस्कयू कर लिया गया।
– दोपहर करीब 12 बजे रेस्क्यू अभियान के दौरान दो मानव अवशेष मिले है।
एक पल भी नहीं सोए- प्रत्यक्षदर्शी
ग्रीनको प्रोजेक्ट में रात्रि डयूटी के दौरान तीन कर्मी थे। इनमें सुरक्षा कर्मी पूर्ण, इंजीनियर पदम और इलेक्ट्रिशियन हितेष शामिल थे। जब रात को बादल फटने की घटना सामने आई तो तीनों ने इसकी सूचना प्रोजेक्ट के आला प्रबंधन को दी। तीनों यहां से निकलना चाहते थे लेकिन बाहर पानी अधिक होने के कारण वह अंदर ही फंस गए थे। सुबह सात बजे ये तीनों यहां से रेस्क्यू किए गए। पूर्ण ने जानकारी देते हुए कहा कि जब अचानक पानी खड में बढ़ गया तो हमने बाहर जाने की कोशिश करनी चाही, लेकिन तीनों ने फिर फैसला लिया कि टनल के अंदर ही रूक कर सुबह तक का इंतजार करें। रात को बिजली भी नहीं थी ऐसे में गांव के बारे में अंदाजा नहीं लगाया जा रहा था। ये रात हमारे लिए भयानक रात थी। हम पूरी रात जागते रहे और एक पल के लिए भी नहीं सोये।
प्रभावित श्रेत्र को छह हिस्सों में बांटा
घटना से प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन ने छह हिस्सों में विभाजित कर दिया गया है। पहले हिस्से में एनडीआरएफ की टीम, दूसरे हिस्से में भारतीय सेना, तीसरे में सीआईएसएफ, चौथे में आईटीबीपी तथा पांचवें और छठे हिस्से में पुलिस, होम गार्ड और त्वरित कार्रवाई दल की तैनाती की गई हैै।
बुशहर सदन में ठहराए जाएंगे प्रभावित
इस घटना में आपदा प्रभावित लोगों को बुशहर सदन रामपुर में ठहराया जाएगा। इसके लिए पूरे भवन को स्थानीय प्रशासन ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। इसके साथ ही यहां पर सारी औपचारिकताएं और सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी। यहां पर करीब 100 क्षमता तैयार की गई है।
2. मुस्कान पुत्री राज कुमार पांडे निवासी झारखंड
3. रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ उराँवए पता झारखण्ड
4्. अंजलि पुत्री भोला नाथ उराँव पता झारखण्ड।