सुरभि न्यूज़ ब्युरो, शिमला
पूनम ठाकुर (एच.पी.आर.एस.) सहायक आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी विभाग को सरकारी राजस्व का रिकॉर्ड उच्च संग्रह, एवं सार्वजनिक क्षेत्र और सामाजिक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य, असाधारण प्रदर्शन एवं उपलब्धियां हासिल करने के लिए 15 अगस्त 2024 को हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
जिला मंडी के संधोल की रहने वाली 1996 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी के रूप में स्नातक होने के बाद उन्होंने हिमाचल प्रदेश एलाइड सर्विसेज परीक्षा 1998 बैच में आबकारी और कराधान विभाग के पदों में टॉप किया।
सहायक आयुक्त राज्य कर और आबकारी के पद पर कार्यरत पूणम ठाकुर वर्तमान में आर्थिक खुफिया इकाई में मुख्यालय शिमला में तैनात हैं। उनका विवाह डॉ. राजेश राणा से हुआ है, जो जिला अस्पताल शिमला में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और बाल विशेषज्ञ हैं। उनकी एक बेटी है जो एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई कर रही है।
पूनम ठाकुर को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रतिष्ठित सर्वोच्च राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चुना गया है। अपने सरकारी विभाग में उत्कृष्ट सेवाएं देने के साथ अन्य विभिन्न क्षेत्रों में भी सराहनीय योगदान दे रही है। विभाग में काम करते हुए जीएसटी एक्ट के तहत दो वर्षों में कई तरह की उपलब्धियां हासिल की है। स्वतः संज्ञान के माध्यम से उन्होंने पिछले 2 वर्षों में 95 से अधिक मामलों का पता लगाया है और 17.85 करोड़ रुपये की वसूली की है। इसके अलावा ईआईयू के मामलों में 23.31 करोड़ की राशि वसूल की है जो कुल मिलाकर 40 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि वसूली की गई।
राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनके प्रयास अनुकरणीय हैं। अपने कार्य क्षेत्र में कर्तव्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर ई वे बिल में रिकॉर्ड चेकिंग की है और जीएसटी कानून के सभी प्रावधानों के तहत पता लगाकर इस संबंध में रिकॉर्ड वसूली की है। उन्होंने 85.86 लाख रूपए सोने का पता लगाने में भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने राजस्व सृजन में अत्यधिक ईमानदारी से प्रयास किए हैं और जीएसटी राजस्व सृजन में उनका योगदान अतुलनीय है।
पूनम ठाकुर जीएसटी की मुख्य प्रशिक्षक है जिसमें वह बहुत सक्रिय हो कर ईटीडी अधिकारियों और विभाग में नए रंगरूटों को प्रशिक्षण देने का साथ अन्य विभागों, करदाताओं, व्यापार मंडलों और अन्य हितधारकों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन कर प्रशिक्षण देती है।
वह दूरदर्शन केंद्र हिमाचल प्रदेश के माध्यम से जनवाणी कार्यक्रम के माध्यम से कॉलेज के छात्रों, भावी उद्यमी, व्यवसायी, अधिकारीयों व दर्शकों को जीएसटी पर ज्ञान प्रदान करती हैं। जीएसटी की जागरूकता के लिए कॉलेज के छात्रों के लिए क्विज, विभिन्न हितधारकों के लिए विचार-मंथन सत्र का आयोजन भी करती हैं।
हिमाचल प्रदेश सरकार के टैक्स हाट कार्यक्रम और विचार मंथन के कार्यक्रम के तहत अभिनव आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने सभी क्षेत्रों में बहुत नवीनता दर्ज की है। वह सक्रिय रूप से करदाताओं, आम जनता, कॉलेज के छात्रों, जीएसटी और इसके दायरे के बारे में सभी विभागों को जागरूक कर रही है। इसके अलावा विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर मूल रूप से महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता के प्रति महिलाओं के बीच व्यापक जागरूक कर रही है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम के तहत महिला स्वयं सहायता समूह चलाने वाले क्लस्टर स्तरीय फेडरेशन के पदाधिकारियों को जीएसटी अधिनियम के तहत प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है, जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इस प्रयास से महिलाएं न केवल अपने स्वयं के बनाये और घरेलू उत्पाद बेच सकती हैं बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र, आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बना सकती हैं। महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता के लिए यह भी एक अभिनव पहल है
वह राज्य के बाहर चंडीगढ़ और अमृतसर जैसे क्षेत्रीय स्तर पर भी सम्मानित अतिथि रही हैं, जहां उन्होंने महिला उद्यमिता और सशक्तीकरण पर चर्चा में भाग लिया है। महिला विकास के लिए विभिन्न मंचों पर उनके प्रयास बेहद सराहनीय हैं। संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के इरादे से किए गए सभी प्रयास सराहनीय हैं। करदाताओं और आम जनता के लिए विभिन्न प्रकार सलाह जारी करना वह नियमित रूप से कार्यक्रमों में भाग लेती हैं और महिलाओं के लिए कार्यशालाएं भी आयोजित करती हैं।
उन्हें अपने विभाग के प्रमुख से प्रशंसा पत्र जारी किए गए हैं और उनके जीएसटी कार्य के लिए और महिला उद्यमिता और सशक्तिकरण में उनके काम के लिए विभिन्न मंचों पर भी सम्मानित किया गया है। उनके नवोन्वेषी एवं उत्कृष्ट कार्यों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा अनुशंसा एवं प्रशंसा पत्र भी जारी किये गये हैं।