सुरभि न्यूज
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहार घाटी की लटराण पंचायत में 31 जुलाई को बाढ़ आने से जहां पैदल चलने वाली कई पुलियां बह गई थी वहीँ थल्टूखोड़-मढ़ चार किलोमीटर सड़क मार्ग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस कारण पंचायत के 11 गाँवों के समस्त लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस क्षतिग्रस्त हुए सड़क मार्ग को लोकनिर्माण विभाग ने थल्टूखोड-मढ़ सड़क मार्ग को जल्दी बहाल करने के लिए कदम ही नहीं उठाए, जिसके चलते लोगों का सम्बन्धित विभाग के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। मगर अब विभाग ने क्षतिग्रस्त हुए थल्टूखोड़-मढ़ सड़क मार्ग की बहाली के लिए घटना के पन्द्रह दिनों के बाद गत दिन एक पोकलेन तथा एक जेसीबी मशीन को कार्य के लिए लगा दिया है। मगर अभी भी इन गाँवों को जोड़ने वाली क्षतिग्रस्त हुई सभी पुलिया क्षतिग्रस्त हालत के कारण 11 गाँवों के लोगों का एक दूसरे गाँव से संपर्क टूट गया है।
लटराण पंचायत के प्रधान जोगिन्द्र पाल ने बताया कि 31 जुलाई की रात को बाढ़ आने से गाँव वासियों का करोड़ों का नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि थल्टूखोड़-मढ़ सड़क मार्ग के क्षतिग्रस्त हो जाने से लटराण पंचायत के किसानों की नगदी फसल आलू, बंद गोभी, मूली व अन्य सामान मंडियों तक ले जाने व लाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की सब्जियां आदि उनके खेतों में ही सड़ रही है, जिस कारण उनका भारी आर्थिकी नुक्सान हो रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायत के समस्त लोगों ने लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि इस सड़क मार्ग को जल्द से जल्द बहाल कर लोगों को सुविधा प्रदान की जाए।
इसके साथ भारी वारिश के कारण जगह-जगह ल्हासे गिरने तथा डंगे धंसने के कारण अबरुद्ध हुए वोचिंग-रूलिंग लगभग आठ किलो मीटर सड़क मार्ग को भी बहाल करने के लिए लोकनिर्माण विभाग ने गत कई दिनों से एक जेसीबी मशीन को लगा रखी है मगर बार-बार हो रही भारी बारिश के कारण यह सड़क मार्ग फिर से अबरुद्ध हो रहा है जिसके चलते स्थानीय लोगों को आवाजाही करने में भारी मुशिकलों का सामना करना पड़ रहा है। लपास पंचायत के उपप्रधान देश राज ने बताया कि इस सड़क मार्ग के बार-बार अबरुद्ध होने से अपनी नगदी फसल को बिक्री के लिए मंडियों तक ले जाने में मुशिकलें पेश आ रही है।
इस बारे में लोकनिर्माण विभाग के उपमंडल झटिंगरी के सहायक अभियंता रूप चंद ठाकुर का कहना है कि 31 जुलाई की रात को राजबन गाँव में बादल फटने से जहां जान माल का भारी नुक्सान हुआ था वहीँ थल्टूखोड़-ग्रामण सड़क मार्ग पूरी तरह अबरूद्ध हो गया था। उन्होंने कहा कि दोनों सड़क मार्गाे कि बहाली के लिए विभाग पूरी तरह काम में लगा हुआ है तथा दोनों सड़क मार्गाे को तीन चार दिनों के अंदर पूरी तरह बहाल कर दिया जाएगा।