सुरभि न्यूज़
सिधवां, बंजार
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने कहा है कि देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, अस्पतालों डॉक्टर, स्कूल व कालेजों में छात्रायें ,दफ्तरों में महिला कर्मियों से यौन उत्पीडन, घरों में बच्चियों से यौन शौषण की घटनाएं देखने और सुनने को मिल रही है जो बहुत ही चिंतनीय और निंदनीय विषय है।
समस्त समाज को अपने भीतर झांकने की जरूरत है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। बात तो सनातन धर्म और रामराज्य की मंचों से करते है लेकिन धरातल पर राक्षसी वृति को अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हद तो तब होती है जब ऐसे जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को सत्तासीन नेता ही संरक्षण देने लगते हैं और जांच को प्रभावित कर सबूतों को मिटाने तक में प्रभावशाली लोगों का सहयोग करते हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 2004 से 20154 तक हम महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ रहे थे।आज हालात यह है कि देश के कर्णधार संविधान के विरुद्ध व्यवहार कर रहे हैं। कानून का कोई डर नहीं होने से अपराधी बेखौफ बलात्कार और हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ अनाथालयों, कोचिंग सेंटरज, घरों और बाहरी संस्थानों में असुरक्षा का माहौल होने से दहशत में है। लव जैहाद ने भी हमारी बच्चियों को शिकार बनाया हुआ है।
इंदु पटियाल ने कहा कि ये अति दुखद है कि दोषियों को जेल के बाद वेल भी मिल जाती है, जबकि उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए ताकि दवारा कोई ऐसा अपराध करने के बारे अपने मन में विचार तक न ला सके।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि शिक्षा में संस्कार की जरूरत है, नैतिक मूल्यों के बारे भावी पीढ़ी को ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने मनाली में स्थानीय युवती के साथ घटी घटना पर भी दुख व्यक्त किया और कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। बेटियों के साथ हुए बलात्कार या हत्या जैसे कुकृत्य को अंजाम देने वाले किसी भी अपराधी को बचाने हेतु राजनीतिक हस्तक्षेप करने बालों को भी नहीं बख्शा जाना चाहिए ।
हिंदू समाज में कन्या को देवी रूप में पूजी जाने वाली हमारी बेटियां सर उठा कर जी सकें , सशक्त हो सकें और कानून पर सबका विश्वास बना रहे। कितनी शर्मनाक स्थिति है कि देश को पदक जीतने वाली खिलाड़ियों के यौन शौषण पर केंद्र सरकार मौन साधे रही, अपराधी को संरक्षण दिया। भाजपा नेता प्रवन्ना ने हजारों लड़कियों को बरबाद किया किंतु कारवाई नरम होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। इस गंभीर विषय पर केंद्र व प्रदेश सरकारें कड़ा कानून बनाएं।