सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
सिधवां, बन्जार
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने मीडिया द्वारा पूछे गए कुछ सवालों के जबाव देते हुए कहां कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अपने कार्यकाल में न तो जनता की सुनते थे, न कर्मचारियों की और न विपक्ष के साकारात्मक मुद्दों पर चर्चा को तैयार होते थे। आज कांग्रेस सरकार आपदा से निपटने के साथ साथ सत्र में जनहित के मुद्दों पर सहयोग व परिचर्चा के प्रस्ताव रखती है तो विपक्ष बिना किसी कारण के वाक्आऊट करता है, जोकि संविधानिक नियमों के विरुद्ध व्यवहार है। जिस से सदन का समय और साधन बरबाद हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने यदि अपने कार्यकाल में सरकारी खर्चों पर नियंत्रण रखा होता तो प्रदेश कर्ज में न डूबता।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने हेतु कुछ कड़े फैसले ले रही है तो भाजपा के नेता खूब हो हल्ला मचा रहे हैं। जो आपदा में घरों से बाहर नहीं निकले वही अब सरकार के प्रबंधन को लेकर आलोचना कर रहे हैं।
इंदु पटियाल ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को ये भी याद रखना चाहिए कि हिमाचल में आज एक ऐसे मुख्यमंत्री सत्तासीन हैं जिन्होंने आपदा राहत कार्यों के लिए अपना सर्वस्व: अर्थात कुल जमापूंजी समर्पित की है। साथ ही प्रभावित, विस्थापित लोगों को सरकारी मदद हेतु सहायता राशि तीन गुणा बढ़ा कर दी है, छ: माह का राशन और मकान का किराया भी अदा किया है। स्मरण रहे कि सुक्खू सरकार ने मानवीय सरोकार का पालन करते हुए उक्त सुविधा अवैध कब्जाधारियों और बाहरी राज्यों के मजदूर या व्यापारियों को भी उपलब्ध करबाई है।
अनाथ, वेसहारा, विधवा व एकल नारियों को पेंशन राशि में बढ़ोतरी के साथ उनकी पढ़ाई, लिखाई और ट्रेनिंग हेतु सहायता अनुदान राशि उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। विपक्ष सरकार की मंशा को समझना ही नहीं चाहता बल्कि वेबजह छवि खराब करने की नियत से ओछी मानसिकता अपनाए हुए है जो कि गाहे/बगाहे उन्हीं के लिए घातक सिद्ध हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बेहतर होता यदि विपक्ष केंद्र सरकार से अनुरोध कर स्वारघाट, मनाली और आउट, लुहरी नै हाइवे की स्थिति सुधारने हेतु प्रयास करे और प्रदेश के पर्यटन विकास हेतु पैकेज की मांग करे। उन्हें चाहिए कि भाजपाई होने से पहले एक हिमाचली होने का फर्ज अदा करे।