सुरभि न्यूज़ ब्युरो
फरीदाबाद, 28 सितंबर
एन. चंद्रबाबू नायडू, मुख्यमंत्री, आंध्र प्रदेश, आर.के. चौधरी, सीएमडी, एनएचपीसी और के.वी.एन. चक्रधर बाबू, एमडी, एपीजेनको आंध्र प्रदेश में पीएसपी और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एनएचपीसी और एपीजेनको के बीच संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर गोट्टीपति रवि कुमार, माननीय ऊर्जा मंत्री, आंध्र प्रदेश सरकार, के. विजयानंद, विशेष मुख्य सचिव (ऊर्जा), आंध्र प्रदेश, आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी, रजत गुप्ता, कार्यपालक निदेशक, एनएचपीसी, (एसबीडी एंड सी) और कीर्ति चेकुरी, जेएमडी, एपीट्रांसको भी उपस्थित रही।
एनएचपीसी और एपीजीईएनसीओ ने आंध्र प्रदेश में पंप स्टोरेज हाइड्रो पावर परियोजनाओं और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए 27 सितंबर 2024 को एक संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पहले चरण में दो परियोजनाओं अर्थात् यागंती पीएसपी (1000 मेगावाट) और राजुपालम पीएसपी (800 मेगावाट) को संयुक्त रूप से कार्यान्वित किया जाएगा। इसके पश्चात, अगले चरण में अन्य परियोजनाओं की पहचान की जाएगी। एन. चंद्रबाबू नायडू, मुख्यमंत्री आन्ध्र प्रदेश की गरिमामयी उपस्थिति में इस समझौते का आदान-प्रदान आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी और के.वी.एन. चक्रधर बाबू, प्रबंध निदेशक, एपीजीईएनसीओ के बीच किया गया।
इस अवसर पर गोट्टीपति रवि कुमार, ऊर्जा मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार, के. विजयानंद, विशेष मुख्य सचिव (ऊर्जा), आंध्र प्रदेश, आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी, रजत गुप्ता, कार्यपालक निदेशक (एसबीडी एंड सी), एनएचपीसी, कीर्ति चेकुरी, जेएमडी, एपीट्रांसको भी उपस्थित रही।
एनएचपीसी और एपीजीईएनसीओ की सहभागिता राज्य में पंप स्टोरेज हाइड्रो पावर परियोजनाओं और ऊर्जा के अन्य नवीकरणीय स्रोतों की अप्रयुक्त क्षमता के त्वरित विकास में एक लंबी दूरी तय करेगा। यह समझौता आंध्र प्रदेश राज्य में ऊर्जा भंडारण को विकसित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा और 2070 तक नेट जीरो को प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्यों को साकार करने में सक्षम होगा।