सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
जिला कांगड़ा के छोटाभंगाल तथा जिला मंडी की चौहार घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने से यहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं है। दोनों क्षेत्र के युवाओं में श्रीपत, महेश्वर, धर्मेंद्र कुमार, सरीना, बीना, ममता, गोपाल, रोशन लाल, राज कुमार व प्रकाश चंद का कहना है कि आज तक सरकार द्वारा पर्यटन के मानचित्र पर नहीं लाया गया है जिससे दोनों क्षेत्र पर्यटन ब्यवसाय में आज भी पिछड़ा हुआ है।
स्थानीय लोंगों का कहना है कि छोटाभंगाल में पनिहारटू, पलाचक, घोड़लेटणू, राजगुंधा, राजाओं के राज के समय निर्मित फुतकी तथा टीकागढ़ व चनैई रा पद्धर तथा चौहार घाटी में झटिंगरी, फूलाधार व नालदेहरा जहां देवादि देव पशाकोट का मंदिर, बरोट, बरोट में स्थापित की गई पंचवटी पार्क, जीरो प्वाइंट, कोठी कोहड़, लोआई के समीप तथा चौहार घाटी के लपास में स्थित प्राकृतिक झरने, पंजाब राज्य बिजली बोर्ड द्वारा निर्मित प्राकृतिक फब्बारा, पानी के दो जलाशय, थल्टूखोड़, सुधार तथा मियोट आदि बेहद सुंदर स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षण करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल का कहना कि हर बार विधानसभा सत्र में दोनों क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की सिफारिश करते आ रहे है। जल्द ही दोनों क्षेत्रों को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा।