लोक संस्कृति को संजोए रखने में सभी को करने चाहिए प्रयास, कलाकारों की है अहम भूमिका-राजेश शर्मा

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सुरभि न्यूज़ ब्युरो
कुल्लू, 10 नवम्बर

जिला परिषद उपाध्यक्ष लाहौल स्पीति राजेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति बहुत ही समृद्ध है और इसे संजोए रखने की जरूरत है। हिमाचल में शिमला, सिरमौर, सोलन की बात की जाए या कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चम्बा की, यहां की संस्कृति अलग ही महत्व रखती है। जिसके चलते यहां की सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने की जरूरत है। हालांकि इस दिशा में लोक कलाकारों की अहम भूमिका रही है जबकि लेखकों ने भी यहां की संस्कृति को अपने लेख और पुस्तकों में अहम स्थान दिया है।

राजेश शर्मा ने आई.एस. चांदनी के धार्मिक ऑडियो का लोकार्पण किया। उन्होंने राजेश कहा कि लोक कलाकार आई.एस. चांदनी भी यहां की लोक संस्कृति का बचाने की दिशा में बेहतर प्रयास कर रहे हैं। चांदनी अपने लोक गीतों के माध्यम से यहां की समृद्ध संस्कृति को संजोने का प्रयास कर रहे हैं। कुल्लू के तलोगी स्थित चांदनी म्यूजिक स्टूडियो में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान राजेश शर्मा ने चांदनी के राजा घेपना ऑडियो गीत की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस ऑडियो के वीडियो बनाने को लेकर वह उनका भरपूर सहयोग करेंगे। इस मौके पर कलाकार आई.एस. चांदनी ने कहा कि यह गीत शमशेर सिंह ठाकुर द्वारा लिखा गया है और गीत लाहौल स्पीति के अराध्य देवता राजा घेपन पर आधारित है और गीत में देव संस्कृति का व्याख्यायन किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वह इसका वीडियो शूट करेंगे ताकि देवता का यह भजन वीडियो के रूप में भी देखने को मिल सके।

इस दौरान उनके साथ लेखक एवं शिक्षाविद्ध लेख राज ठाकुर, दयाल नेगी, पूजा शर्मा सहित कलाकार मौजूद रहे।

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