प्रदेश सरकार एसडीएम केशव राम के 28 साल सरकारी अधिकारी नौकरी के दौरान 27 बार कर चुकी है तबादले

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो 

उदयपुर, 14 नवंबर 

हिमाचल प्रदेश के लाहुल स्पीति जिला में उदयपुर के एसडीएम केशव राम का सरकार ने ट्रांसफर किया है। उन्हें चंबा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइंट डायरेक्टर बनाया गया है। वह मूल रूप से जिला कुल्लू के बंजार के पलाहच गांव के रहने वाले हैं लेकिन अब शिमला के विकासनगर में परिवार सहित रहते हैं। केशव राम 2022 बैच के एचएएस अधिकारी हैं।

एसडीएम केशव राम एक इमानदार अधिकारी हैं। उनके पिता भारतीय रेलवे में तैनात थे और ऐसे में उन्होंने शिमला, उत्तर प्रदेश सहित देश के अलग अलग स्थानों से अपनी पढ़ाई की। उनके पिता नेवी में सेवा देने के बाद वह भारतीय रेलवे में 1964 में शामिल हो गए। वहीं, उनकी माता जेबीटी अध्यापिका थी। लखनऊ में रेलवे कॉलोनी में केशव राम का जन्म साल 1974 में हुआ था। वहीं से उनकी पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय में शुरू हुई।

12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद काफी सारे एग्जाम दिए। सिविल एविएशन की तरफ से प्राइवेट पायलट का परीक्षा दी जिसमें पूरे भारत से 20 बच्चे चुने गए जिसमें उनका भी चयन हुआ ओर तीन साल की ट्रेनिंग लेने के बाद हवाई जहाज में पायलट सेवा दी।

उन्होंने हैदराबाद की ओस्मानिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। वर्ष1995 में ग्रेजुएशन करने के बाद हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में एमए की पढ़ाई पूरी की। 15 जुलाई 1996 में उनकी पहली पोस्टिंग काजा में कॉपरेटिव इंस्पेक्टर के तौर पर हुई थी। उन्होंने 1998 में बतौर नायब तहसीलदार हिमाचल प्रशासनिक सेवा में अपनी सेवायें देनी शुरू की।

उल्लेखनीय है कि केशव राम 2022 बैच के एचएएस अधिकारी हैं। एचएएस अधिकारी केशव राम की 1996 से लेकर आज तक 28 साल के सफ़र में प्रदेश सरकार में अपनी सरकारी अधिकारी बतौर नौकरी में 27वीं बार तबादले हो चुके हैं। अप्रैल 2023 में उन्हें सोलन के अर्की से 350 किमी दूर लाहुल के उदयपुर में एसडीएम के पद पर ट्रांसफर किया गया था। अब 15 महीने के कार्यकाल के बाद उनका एक बार फिर से ट्रांसफर किया गया है और उन्हें लाहुल स्पीति के उदयपुर से चंबा भेजा गया है।

कुछ भी कहने से किया इंकार

एसडीएम केशव राम ने ट्रांसफार को लेकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। ऐसा भी नहीं है कि एसडीएम केशव राम सरकार के लिए मुश्किल खड़ी करते रहे हैं। लेकिन, फिर भी अक्सर उनका तबादला कर दिया जाता है। उन्होंने प्राइवेट पायलट कोर्स भी किया है। शिमला के विकासनगर में उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है और वह पढ़ाई कर रहे हैं। उनके माता पिता का निधन हो चुका है।

सेवानिवृत्त चालक को खुद घर छोड़ने गए थे

एचएएस अधिकारी केशव राम अपने कर्तब्य के प्रति बिलकुल ईमानदार है तथा अपने कर्मचारियों के प्रति दयावान है जिसकी मिशाल वर्ष 2023 में जब वह सोलन के अर्की में तैनात थे तो उनके दफ्तर से ड्राइवर की रिटायरमेंट हुई। इस दौरान वह खुद गाड़ी चलाकर रिटायर्ड कर्मचारी को घर तक छोड़ने गए थे।

हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका अक्सर अपने तबादले को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। कुछ ऐसा ही हिमाचल प्रदेश के अधिकारी एसडीएम केशव राम के साथ भी होता आ रहा है। हालांकि केशव राम खेमका के बिलकुल विपरित हैं। परन्तु सरकार उन्हें लगातार ट्रांसफर करती रही है। हालांकि, सरकार का उन्हें लेकर कोई विवाद नहीं है ओर नहीं कभी वह सरकार के लिए परेशानी का सबब बने हैं।

लेकिन, इस बार वह सियासी नेताओं के निशाने पर हैं। उन्होंने लाहुल स्पीति में एक नेता का अवैध खनन का क्रशर बंद करवाया था। साथ ही एक मेले में विवाद के बाद से भी वह स्थानीय नेताओं के निशाने पर थे। अब उनके तबादले को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

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