सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
शिमला, 26 नवम्बर
एसजेवीएन की 412 मेगावाट रामपुर एचपीएस द्वारा आज सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए वेंडर डेवलपमेंट मीट के 22वें संस्करण का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अजय कुमार शर्मा निदेशक (कार्मिक), एसजेवीएन मुख्यातिथि शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अजय कुमार शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी शैली शर्मा, परियोजना प्रमुख रामपुर एचपीएस विकास मारवाह और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि अजय कुमार शर्मा ने अपने सम्भाषण में कहा कि एमएसएमई के विकास को बढ़ावा देने के लिए एसजेवीएन सदैव प्रतिबद्ध रहा है। इस प्रकार के आयोजन एक समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लक्ष्य एमएसएमई, एनएसआईसी और राष्ट्रीय एससी/एसटी हब के सहयोग से एमएसएमई के लिए नए रास्ते खोलना और सतत विकास के लिए मार्ग बनाना है। उन्होंने विशेष रूप से एससी/एसटी एवं महिलाओ को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयास किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से स्थानीय व्यापारी लाभान्वित होंगे एवं अपने व्यवसाय का भी विस्तार कर सकेंगे।
इससे पूर्व अपने स्वागत सम्भाषण में परियोजना प्रमुख, रामपुर एचपीएस श्री विकास मारवाह ने मुख्यातिथि एवं अन्य उपस्थित अतिथिगणों, वेंडर्स, एमएसएमई, एनएसआईसी से आये अधिकारियो एवं मीडिया प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देश की गतिशील अर्थव्यवस्था के विकास में एमएसएमई की बहुत बड़ी भूमिका है गया। एसजेवीएन द्वारा समय-समय पर आयोजित वेंडर डेवलपमेंट मीट का उद्देश्य निगम की आवश्यकताओ के अनुसार वेंडर्स को अपने प्रोडक्ट्स एवं सर्विसेज को उपलब्ध करवाने में मदद करना है।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागी वेंडरों को विभिन्न सत्रों के दौरान एमएसएमई, एनएसआईसी, जीईएम जैसे विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान वेंडर्स ने निगम के साथ अपने सफल जुड़ाव और अनुभवों को भी साझा किया। यह डेवलपमेंट मीट एसजेवीएन की ई-प्रोक्योरमेंट प्रक्रिया से संबंधित जागरूकता को बढ़ाने में सहायता करती है और उन वेंडर, भागीदारों और स्टेकहोल्डरों के साथ साझेदारी को सुदृढ़ करती है जिन्होंने कंपनी की सफलता और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
वेंडर डेवलपमेंट मीट में निगम मुख्यालय से आशुतोष बहुगुणा, मुख्यमहाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्ट्स), सुनील चौधरी, परियोजना प्रमुख एलएचईपी, राजीव कुमार, परियोजना प्रमुख एसडीएचईपी और अन्य अधिकारीगण उपस्थि रहे।