बैजनाथ में बतौर डीएसपी युवा व तेजतर्रार अधिकारी अनिल शर्मा का 6 माह में ही हुआ तबादला 

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सुरभि न्यूज़

बैजनाथ, कांगड़ा

गत दिनों पुलिस अधिकारीयों के हुए तबादलों में हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा के 2015 बैच के अधिकारी अनिल शर्मा ने बैजनाथ में 25 अप्रैल 2024 को बतौर उपमंडल पुलिस अधिकारी के तौर पर कार्यभार संभाला था। इनका गृह जिला सिरमौर में है। इनके द्वारा आठ माह के सेवकाल में बैजनाथ क्षेत्र में सराहनीय कार्य हुआ है।

उनके द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों में सबसे पहले पदभार संभालाने के तुरंत पश्चात एनएच में बिगड़ रही ट्रैफिक व्यवस्था में न केवल सुधार किया बल्कि यातायात दुर्घटना के बढ़ रहे मामलों को भी नियंत्रण करने हेतु सार्थक प्रयास किए।

क्षेत्र में बढ़ रहे नशे पर नकेल कसने के लिए अपने कार्यालय स्तर पर विशेष टीम का गठन किया जिसमें अपने कार्यालय के स्टाफ को सम्मिलित किया तथा लगभग 4 महीनों में 10 मुकदमें एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए तथा बढ़ रहे नशे के जाल को क्षेत्र में नियंत्रित किया। ⁠स्कुल तथा कॉलेजों में युवाओं को नशे के बढ़ रहे दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने अवैध शराब के लगभग 12 मुकदमें दर्ज किए।

क्षेत्र में हो रहे ⁠अवैध खनन पर नकेल कसते हुए अवैध खनन पर न केवल अंकुश लगाया बल्कि बढ़ रहे खनन अतिक्रमण को रोका, जिससे सरकार की राजस्व चोरी लगाम कसी।

⁠कानून एवं व्यवस्था में अच्छा सुधार लाने के लिए रात एक बजे तक ख़ुद नाके पर खड़े रहते थे। उन्होंने बीड़ तथा बैजनाथ क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम हेतु पुलिस की पैनी नजर सुनिश्चित करने के सीसीटीवी के प्रस्ताव तैयार किए, जिसमें बीड़ क्षेत्र में सीसीटीवी के इंस्टालेशन का काम पूरा हो चुका है तथा बैजनाथ में बजट स्वीकार हो चुका है तथा कार्य शुरू होना है।

⁠लंबागाँव तथा आलमपुर के लिए सीसीटीवी का मसौदा तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजा है जिसकी स्वीकृति आते ही कार्य शुरू किया जाना है।

अनिल शर्मा 22 वर्ष की उम्र में 2015 में सबसे युवा डीएसपी बने थे जोकि ⁠विनम्र, मृदुभाषी तथा मिट्टी से जुड़े इंसान है। ये एक बहुत ही होनहार और काबिल अधिकारी हैं, जो हमेशा कानून एवं व्यवस्था व सुरक्षा को लेकर सीधे प्राथमिकता के तौर पर आम लोगों के सम्पर्क में रहते हैं। लेकिन अचानक ही इनका तबादला बैजनाथ से पीटीसी डरोह के लिए हो गया है, जबकि इतने थोड़े समय में ही एक काबिल अफसर को बदलना सही नहीं है। साभार – अपना ग्राँ लम्बाग्राम

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