सुरभि न्यूज़
कुल्लू, 01 फरवरी
रंगमंच को गांव गांव तक जोड़ने के निष्चय से स्थानीय संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन ‘रंगमंच गांव गांव-आंगन आंगन’ की अवधारणा को विकसित करने के उदेष्य से अपनी नई हास्य नाट्य प्रस्तुति ‘बिच्छू’ के मंचन फरवरी माह में स्थान स्थान पर करने जा रही है।
विश्व विख्यात नाटककार मौलियर द्वारा लिखित इस नाटक का हिमाचली रूपान्तरण व निर्देशन केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी के बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार एवं हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर द्वारा किया गया है।
केहर का कहना है कि गांव गांव के युवाओं का रूझान रंगमंच की तरफ मोड़ने के उदेष्य से हम इस हास्य नाटक का मंचन अलग अलग गांवों में कर रहे हैं ताकि समाज के भीतर हम भी युवाओं को नशे जैसी बुरी आदतों से हटाने में अपनी इस विधा के माध्यम से योगदान दे सकें।
रंगमंच गांव गांव आंगन आंगन की इस पहली कड़ी में 2 फरवरी से लेकर 16 फरवरी तक पांच गांवों में इस नाटक की प्रस्तुतियां की जाएंगी। 2 फरवरी को जमोट गांव, 8 फरवरी को शमशी , 9 फरवरी को भुन्तर, 12 फरवरी को लंका बेकर तथा 16 फरवरी को बनोंतर गांव में इस नाटक का मंचन किया जाएगा। मंचन में स्थानीय ग्राम वासियों, युवक मण्डलों, महिला मण्डलों तथा अन्य संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है और वे खुशी खुशी सहयोग दे रहे हैं। नाटक में केहर सहित रेवत राम विक्की, परमानन्द, जीवानन्द, श्याम लाल ,सूरज, अनामिका, पायल, आंचल तथा अनन्या मंच पर तथा मीनाक्षी, वैभव ठाकुर, देस राज व अमायरा मंच पाष्र्व में अपना योगदान दे रहे हैं।