सूत्रधार कला संगम कुल्लू ने 27वीं सूत्रधार होली संध्या का बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास से किया आयोजन

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सुरभि न्यूज़

प्रताप अरनोट, कुल्लू

सूत्रधार कला संगम कुल्लू द्वारा हर वर्ष की भांति इस बार भी होली गायन की परम्परा को निभाते हुए 27वीं सूत्रधार होली संध्या कार्यक्रम का आयोजन देव सदन कुल्लू के सभागार में बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास से सम्पन्न हुआ।

यह सम्पूर्ण कार्यक्रम सूत्रधार कला संगम कुल्लू व भाषा एवं संस्कृति विभाग हि०प्र० के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस 27वीं सूत्रधार होली संध्या में गोपाल कृष्ण महंत अध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुभव शर्मा कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद कुल्लू द्वारा की गई।

संस्था द्वारा कार्यक्रम में पधारे मुख्यातिथि को कुल्लवी परम्परा अनुसार शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके साथ कार्यक्रम में पधारे कार्यक्रम अध्यक्ष अनुभव शर्मा, ज़िला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया, उपाध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू चन्दन प्रेमी, एस०डी०ओ० नगर परिषद अरुण शर्मा, पार्षद राजेश, वीरेंद्र शर्मा व ज्ञान चन्द, कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद सचिन को भी कुल्लवी परम्परा अनुसार शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के स्वागत भाषण में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने मुख्यातिथि, मीडिया तथा आये हुए सभी मेहमानों का स्वागत किया और संस्था की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम में कुल्लू के प्रचलित पारम्परिक होली गीतों के साथ-साथ स्व० राम कुमार कपूर के द्वारा रचित होलियों का गायन सूत्रधार कला संगम के कलाकारों द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम में कार्यक्रम प्रभारी उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तथा कार्यक्रम सहप्रभारी जोगेंद्र ठाकुर को नियुक्त किया गया था।

कार्यक्रम में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया, आज अवध पुरी में छाई बहार, गगर सारी डार गयो, तू वावरी बनाई री बहुए, अब मोरे कष्ट हरो, फाल्गुन के दिन चार, पा लागू कर जोरी, होली मैं खेलूंगी उन संग डटकर, मेरा मुर्शद खेले होली, खेलत है जगदम्बे, खेले मशाने में, मैंने रंग ली आज चुनरिया, मत मारो पिचकारी, पिया तोसे नैना लागे रे, धाउगी फागा बै जाणा, रंगी सारी गुलाबी चुनरिया रे, आया होलिया रा मौसम गांवा, रसिया को नार बनावो री, आज किती ना कंते मेरी याद व आया फागुन महिना आदि होली गीतों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।

जिसमें ट्विंकल, खुशबू, करिश्मा, सिमरन, रोज़ी, धनवंती, गौरी, रिया, दुर्गा, चंचल, रचना, वंशिका, विद्या, मंजू, क्षितिज, संजय, सनी, रजनीश, भास्कर, शैलेश, डिंपल, मोहित, दीप, जीवन, राकेश शर्मा व लाल सिंह ने अपनी गायकी से दर्शकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में दिव्यांगना, विभूति, अनुष्का व रेखा द्वारा बहुत ही खुबसुरत नृत्यों की पेशकश दी गई। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन संस्था के वरिष्ठ सदस्य सुंदर श्याम महंत द्वारा बेहद ही खूबसूरत व शायराना अंदाज में निभाया गया। कार्यक्रम दौरान पं. विद्यासागर, निशांत गौतम, लाल सिंह, अमित महंत, विजय व भूपेन्द्र ने संगत की।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि गोपाल कृष्ण महंत अध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू ने 27वीं सूत्रधार होली संध्या के उपलक्ष पर सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिले की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन में सूत्रधार कला संगम कुल्लू अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

कार्यक्रम दौरान कुल्लू दशहरा की लोकनृत्य प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले सूत्रधार कला संगम के कलाकारों तथा नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर गणतन्त्र दिवस में जयति जय मम भारतम कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों को भी प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन सहित उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, महासचिव अतुल गुप्ता, वित्त सचिव जोंगेंद्र ठाकुर, भण्डार प्रभारी तिलक राज चौधरी, सचिव मोनिका सागर, मंजुलता शर्मा, यशोदा शर्मा व हितेश गोगी, लोकनृत्य सहप्रभारी सीमा शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य भारत भूषण आचार्य, सुबोध सूद, विशेष आमंत्रित सदस्य सुंदर श्याम महंत व प्राचार्य संगीत अकादमी पं० विद्या सागर, आमंत्रित सदस्य जीवन बुडाल, सनी ठाकुर व संजय कुमार व प्रबंधक उत्तम चन्द का विशेष योगदान रहा।

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