सुरभि न्यूज़
बजौरा/कुल्लू
कुल्लू मंडी सिमा पर स्थित बजौरा में भारत रत्न, संविधान निर्माता, महान समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर एचपीएससी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी रामसिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि कुल्लू कॉलेज से सेवानिवृत्त प्रिंसिपल रोशन लाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वहीं नगरपरिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष चंदन प्रेमी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि रामसिंह द्वारा डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर की गई। वहीं इस दौरान मुख्यातिथि द्वारा 2025 में संपन्न हुई परीक्षा में अब्बल रहे 50 बच्चों को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यातिथि राम सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और उनके आदर्शों का अनुसरण करके ही हम एक समतामूलक और प्रगतिशील समाज का निर्माण कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि वे एक महान समाज सुधारक, शिक्षाविद और मानवाधिकारों के प्रबल समर्थक भी थे।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ उनकी लड़ाई आज भी प्रेरणादायक है।
राम सिंह ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने शिक्षा के महत्व को समझा और सभी के लिए शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब उनके प्रयासों के फलस्वरूप ही आज समाज के हर वर्ग को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार मिला है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं के अधिकारों के लिए भी आवाज उठाई और उन्हें समाज में समान दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर नगरपरिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष चंदन प्रेमी सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।