
सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, फरीदाबाद
भारत सरकार की नवरत्न उद्यम कंपनी एनएचपीसी में 15 अप्रैल, 2025 को अपने निगम मुख्यालय, फरीदाबाद में भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी द्वारा डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ की गई।
इस अवसर पर आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी, उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी, संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं व तकनीकी), एनएचपीसी और एनएचपीसी एससी/एसटी कर्मचारी कल्याण संघ और एनएचपीसी ओबीसी कर्मचारी कल्याण संघ के कार्यकारी सदस्यों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की
एनएचपीसी निगम मुख्यालय, फरीदाबाद में 15 अप्रैल 2025 को भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर की5t 134वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान आर.के. चौधरी, सीएमडी, एनएचपीसी, आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी, उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी ,स.के. सिंह, निदेशक (परियोजनाएं व तकनीकी), एनएचपीसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण।
आर.के. चौधरी, सीएमडी, एनएचपीसी ने बाबासाहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सिद्धांतों और योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को एक उत्कृष्ट विश्व नेता और आम जनता और महिला सशक्तिकरण के समर्थक के रूप में परिभाषित किया। आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर के आदर्शों को अपनाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि अधिक समावेशी सामाजिक ताना-बाना बुनने के लिए उनके दूरदर्शी सिद्धांत अधिक प्रासंगिक हैं।
उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी ने कहा कि डॉ. अंबेडकर जरूरतमंदों के उत्थान में विश्वास करते थे और एनएचपीसी की सीएसआर नीति उनकी दूरदर्शिता को दर्शाती है। अपने संबोधन में संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं एवं तकनीकी), एनएचपीसी ने डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान के निर्माता और लोकतंत्र के सच्चे मॉडल के रूप में सराहा। इस अवसर पर डॉ. बी.आर. अंबेडकर के जीवन और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।