कार्यक्रम के प्रथम सत्र में सांफिआ फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक बीजू ने संस्था की कार्यप्रणाली एवं उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन तीन प्रमुख माध्यमों से दिव्यांग जनों के लिए सेवाएं प्रदान करता है। आश बाल विकास केंद्र (अखाड़ा बाजार, कुल्लू) जहाँ विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को थेरेपी सेवाएं दी जाती हैं।
थेरेपी ऑन व्हील्स – एक विशेष बस सेवा जो घर-द्वार पर फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी इत्यादि उपलब्ध कराती है।
विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य डीने राम ने सांफिआ के इस प्रयास की सराहना करते हुए संस्था का आभार व्यक्त किया और छात्रों को समाज में समावेशी दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। वहीं विद्यालय के अंग्रेज़ी प्रवक्ता अश्वनी शर्मा ने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह की पहल से न केवल विद्यार्थियों बल्कि शिक्षकों की भी दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन आता है।