सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, लाहौल स्पीति
हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत और भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण जिला लाहौल-स्पीति में पहली महिला आईएएस अधिकारी उपायुक्त ने पद ग्रहण कर शक्तिशाली बदलाव की अभूतपूर्व पहल शुरू की है। लाहौल-स्पीति भारत का पहला प्रशासनिक जिला होगा, जिसका नेतृत्व पूरी तरह से महिलाएं कर रही हैं। इस अभूतपूर्व परिवर्तन की पहल हाल ही में आईएएस अधिकारी किरण भडाना ने लाहौल स्पीति जिला मुख्यालय केलांग में उपायुक्त का पद भार संभाल कर की है।
राजस्थान के भरतपुर जिला के गांव बयाना की किरण भडाना का जन्म 27 नवंबर 1990 को हुआ। अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी किरण भड़ाना गुर्जर समुदाय से संबंध रखती हैं। उनके पिता अतर सिंह भड़ाना राजनीति में हैं। इस समाज में अमूमन लड़कियों को ज्यादा पढ़ाया नहीं जाता। ऐसे में राजस्थान से निकलकर दिल्ली में पढ़ाई कर किरण भड़ाना ने पहले ही अपने समाज की लड़कियों के सामने उदाहरण स्थापित किया। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई फरीदाबाद में हुई।

जयपुर के एमजीडी बोर्डिंग स्कूल से हॉस्टल में बारहवी तक की पढ़ाई पूरी की। उन्हें बेस्ट स्टूडेंट का भी गौरव हासिल हुआ है। किरण भडाना ने दिल्ली के श्रीराम कालेज से स्रातक की डिग्री हासिल करके जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से राजनीतिक शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढाई पूरी कर प्रशासनिक सेवा में आने के लिए देश में सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी में जुट गई।
साल 2014 व 2015 में परीक्षा उतीर्ण का प्रयास करने पर सफल नहीं हो सकी। किरण भड़ाना ने साल 2016 में एक और प्रयास किया जिसमें वे सफल रहीं। किरण भड़ाना ने यूपीएससी को पास कर देश भर में 120वां रैंक हासिल किया और वो समाज की बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं। प्रारंभिक नियुक्ति चंबा जिले के सलूणी में एसडीएम के तौर पर हुई थी। इस तरह अपने प्रशासनिक सफर को आगे बढ़ाते हुए किरण भडाना एसडीएम नादौन, एडीसी शिमला, डीसी हमीरपुर तथा निदेशक पब्लिक रिलेशन के पद पर अपनी बेहतरीन सेवाएं दे चुकी हैं।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिला लाहौल स्पीती की राजनितिक एवं प्रशासनिक की जिम्मेवारी अब पांच महिला शक्ति के हाथ सौंपी है। जिला का समूचा संचालन पाच महिलाएं करेंगी जो सुनहरे पनों पर एक नया इतिहास दर्ज होगा। नवनियुक्त युवा विधायक अनुराधा राणा, लाहौल-स्पीति की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज, उपायुक्त बंदना भडाना, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट केलांग एचएएस अधिकारी आकांक्षा शर्मा, काजा एसडीएम एचएएस अधिकारी शिखा सिम्तिया जिला लाहौल स्पीति प्रशासनिक, सुरक्षा तथा कानून ब्यवस्था का नेतृत्व करेंगी।
पिछले साल 2024 के उपचुनाव में जिले की दूसरी महिला विधायक के रूप में अनुराधा राणा ने चुनाव में महत्वपूर्ण जीत हासिल कर स्थानीय विधानसभा में महिलाओं की आवाज़ को बुलंद किया है। 1972 में रवि ठाकुर की माता लता ठाकुर ने कांग्रेस से पहली महिला विधायक चुनाब जीता था। 52 साल बाद 2024 में अनुराध राणा ने कांग्रेस से इतिहास को दौराहते हुए चुनाव लड़कर दूसरी महिला विधायक बनने का गौरव हासिल किया। अनुराधा राणा का जन्म 1993 में लाहौल स्पीती के कोकसर पंचायत गाँव खरचोद तेलिंग में हुआ। 2018 में अंग्रेजी में तथा 2023 में राजनीति विज्ञानं में स्नातकोत्तर करने के बाद राजनीति में जुड़कर जीत हासिल की। अनुराधा राणा कांग्रेस से सबसे कम उम्र की अकेली महिला विधायक है।

महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देते हुए, कांग्रेस सरकार ने हाल ही में लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक के रूप में इल्मा अफरोज को नियुक्त कर जिले की प्रशासनिक जिम्मेवारी सौंप कर महिलाओं के इरादों को मजबूत किया है। खनन माफियाओं और राजनीतिक हस्तक्षेप के खिलाफ अपने अडिग रुख के लिए जानी जाने वाली अफरोज का तबादला इस संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र में उनके निर्णायक नेतृत्व को लाने के लिए एक रणनीतिक कदम है। आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज ने 17 मार्च 2025 को जिला लाहौल एवं स्पीति की पहली महिला पुलिस अधीक्षक के रूप में पदभार ग्रहण कर गौरव हासिल किया है। यह ऐतिहासिक क्षण न केवल महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनकी नेतृत्व क्षमता और सेवा भावना से जिले की कानून व्यवस्था और सुरक्षा को नई दिशा मिलेगी।आईपीएस इल्मा अफरोज

जिला चंबा के भटियात से संबंध रखने वाली एचएएस अधिकारी शिखा सिम्तिया ने लाहौल स्पीति के काजा में पहली महिला एसडीएम का कार्यभार संभाल कर एक नया इतिहास रचा हैं। साल 2021 बैच की एचएएस अधिकारी शिखा सिम्तिया ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा में चौथा स्थान प्राप्त किया था।


आईपीएस शालिनि अग्निहोत्री ने कुल्लू जिला में पुलिस अधीक्षक के रूप मे 24 जुलाई 2017 को पदभार संभाल कर जिला की पहली महिला पुलिस अधीक्षक होने का गौरव हासिल किया है। आईपीएस शालिनि अग्निहोत्री कुल्लू जिला की 36वीं पुलिस अधीक्षक लगी जबकि इससे पहले 35 पुलिस अधीक्षक पुरुष वर्ग से रहे। वर्तमान में जिला कांगड़ा में बतौर पुलिस अधीक्षक सेवाएं दे रही हैं।

लाहौल स्पीति अपनी कठोर जलवायु और सुदूर स्थान माना जाने वाला जिला अटल टनल बन जाने के बाद तेजी से अपनी छवि बदल रहा है, जिससे जिला में पर्यटन ब्यवसाय की अपार संभावनाए बढ़ गयी है वहीँ केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और तिब्बत के साथ व्यापक अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का होना जिले को अद्वितीय सुरक्षा और रसद चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जिला से जम्मू व् लेह को जोड़ने वाला मुख्य सड़क मार्ग सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही संवेदनशील है। ऐसे में जिला की प्रशासनिक जिम्मेवारी, कानून व्यवस्था और सुरक्षा की बागडोर महिला अधिकारियों को सौंपना एक अनूठी चुनौतिपूर्ण है। महिला सशक्तीकरण को सशक्त साबित करने के लिए माहिला अधिकारीयों को जिला में कुशल नेतृत्व की जरूरत है जिससे लाहौल स्पीति में एक नये इतिहास की रचना होगी।