सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
छोटाभंगाल तथा चौहार घाटी में गत दो दिन से आसमान में बादल छाए रहने के बाद भी गर्मी की तपिश तेज हो गई है। यहाँ का आजकल न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 28 डिग्री सेल्सियस तापमान आंका गया है। गत दो दिन से निचले क्षेत्रों में इससे ज्यादा गरमी बढ़ जाने से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी पालमपुर, बैजनाथ जोगिन्द्र नगर, मंडी आदि क्षेत्रों से सैंकडों की संख्या में पर्यटक गर्मी से राहत पाने के लिए पहुंच रहे है। जिस कारण दोनों घाटियों में निजी तौर पर चलाए जा रहे रेस्ट होउस, होम स्टे, गेस्ट हाउस व कैंपिंग गत दो दिन से बुक हो गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पर होटल, रेस्ट हाउस, होम स्टे, गेस्ट हाउस तथा कैंपिंग में पांच सौ से लेकर पांच हज़ार रूपये तक प्रति कमरे बुक किए जा रहे हैं वहीँ कमरे न मिलने की दशा में कई पर्यटक शाम को वापिस हो रहे हैं तो कई पर्यटक दुकानों और स्थानीय लोगों के घरों में 200 से 400 रूपये देकर ठहर रहे हैं।
इसके अलावा यहाँ के नदी नालों में पाए जाने वाली सबसे स्वादिष्ट ट्राउट मछली का स्वाद चखना पर्यटक कभी नहीं भुलते जो होटलों में एक हज़ार से पन्द्रह सौ रूपये और मत्स्य फार्म में छः सौ रूपये प्रति किलो बिक रही है। होटल व अन्य व्यवसायी तथा स्थानीय गांववासी यहां पर बहने वाली ऊहल व लंबाडग नदियों से मछलियाँ पकडकर पर्यटकों को बेच आर्थिक लाभ कमा रहे हैं। गत दो दिन से यहां पर पांच से छः हज़ार पर्यटक पहुँच चुके हैं।
होटल के मालीक राजकमल, बलवीर ठाकुर व संजय कुमार का कहना है कि दोनों घाटियों में इससे पूर्व पर्यटकों की आवाजाही कम मात्रा में होने के चलते यहां के पर्यटन व्यवसायियों की कमाई में प्रतिकूल असर पड़ रहा था मगर अब पर्यटकों की आवाजाही हो जाने से उनकी कमाई में भी खूब बढ़ोतरी हो रही है। उनका कहना है कि गत दो दिन से यहां पर ढाई सौ से तीन सौ पर्यटकों की गाडियां आ रही है।
दोनों घाटियों में आने वाले पर्यटकों के लिए अब दो सड़क मार्ग खुल गए हैं एक सड़क मार्ग मंडी व जोगिन्द्र नगर की ओर से आने वाले पर्यटक वाया घटासनी से बस व निजी वाहन से तथा दूसरा रास्ता बीड़ – बिल्लिंग के रास्ते से मात्र अपने छोटे वाहन के माध्यम से पहुँच रहे हैं। स्थानीय लोगों में सूरज चंद, वजिन्द्र सिंह, हरि गोपाल, मनसा राम, मान सिंह तथा रणवीर सिंह का कहाना है कि कई शरारती पर्यटक यहां आकर हूलड़वाजी करते हैं जिससे यहाँ का शांत माहौल ख़राब हो रहा हैं जिसके लिए सरकार को व प्रशासन को चिन्हित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ – साथ दोनों क्षेत्रों के प्रवेश द्वार घटासनी और बीड़ में पर्यटन सूचना केन्द्र स्थापित करने की जरुरत है ताकि आने वाले पर्यटकों का रिकोर्ड भी रखा जा सके।