सुरभि न्यूज़
कुल्लू
कुल्लू-मंडी जिला की सीमा पर पनारसा में व्यास नदी पर निर्माणधीन दलासनी पुल के निर्माण कार्य में हुई कोताही के चलते विभाग के 10 अधिकारियों को चार्जशीट कर दिया गया है।
हैरत तो इस बात की है कि लोक निर्माण विभाग लगभग 9 साल के लंबे अरसे में महज 68 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं करवा पाया। जिसकी वजह से विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगे हैं। वहीं लोगों में भी निर्माण कार्य पूर्ण होने को लेकर भारी आक्रोश है।
उल्लेखनीय है कि व्यास नदी पर बनने वाले दलासनी पुल का शिलान्यास वर्ष 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह द्वारा किया गया था। लेकिन तब से लेकर आज तक विभागीय अधिकारी पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं करवा पाए। जिससे नाराज होकर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विभाग के बंजार मंडल में तैनात रहे 10 अधिकारियों को चार्जशीट करने के निर्देश दिए थे। जिस पर विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करते हुए उन्हें चार्जशीट कर दिया गया है। जिनमें दो अधिशनसी अभियंता, 3 एसडीओ तथा पांच पांच कनिष्ठ अभियंता शामिल है।
शनिवार को सुरभि न्यूज़ द्वारा दलसाणी पुल का मौका किया गया, तो पाया कि पुल निर्माण से संबंधित लगभग 80 फ़ीसदी सामग्री पूरी तरह से तैयार है। लेकिन बताया जा रहा है कि विभागीय अधिकारियों के लापरवाही के चलते पुल का निर्माण कार्य लटकता रहा।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 68 मी. लंबे स्कूल की ड्राइंग लगभग तीन बार बदली गई। वर्ष 2023 में आई बाढ़ के बाद पुल की ऊंचाई को लगभग 1 मीटर और बढ़ाया गया। लेकिन उसकी ड्राइंग पास होने में भी काफी वक्त लग गया। इसके अलावा भी पुल के निर्माण कार्य संबंधी ड्राइंग बार-बार बदलती रही। जिसकी वजह से निर्माण कार्य संबंधित ठेकेदार समय पर पूरा नहीं करवाया।
जानकारी के मुताबिक लोहे से बनने वाले इस पुल में पहले 147 टन सामग्री लगानी तय हुई थी। लेकिन कुछ समय बाद इसकी सामग्री में बढ़ोतरी करते हुए इसे लगभग 300 टन के आसपास पहुंचा दिया गया। इसकी स्वीकृति में भी काफी समय बर्बाद हुआ।
इस तरह से यह तो स्पष्ट है अभी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की सुस्ती व लापरवाह रवैये के चलते पुल का निर्माण कार्य लगभग 9 साल में भी पूरा नहीं हो पाया। जबकि ठेकेदार द्वारा पूर्ण निर्माण स्थल पर पुल का लगभग 80% स्ट्रक्चर तैयार करके रखा हुआ है।
यह भी जानकारी मिली है कि पहले पुल का निर्माण कार्य विभाग के बजौरा स्थित उप मंडलीय कार्यालय के अधीन था। लेकिन उपमंडलीय अधिकारियों ने भी पुल निर्माण कार्य को गति दिलाने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। जिसकी वजह से अब पुल का निर्माण कार्य लारजी उपमंडलीय अधिकारियों को सौंपा गया है।
विभाग सूत्रों के मुताबिक अब पुल का निर्माण कार्य अगस्त महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अब देखना यह है कि लोक निर्माण मंत्री की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए विभाग के अधिकारी पुल का निर्माण कार्य कितने समय में पूरा करवाते हैं?