सुरभि न्यूज़
सिधवां, बंजार : 30 जुलाई
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं पूर्व जिला परिषद् उपाध्यक्षा कांग्रेस नेत्री इंदु पटियाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि एक ओर जहां इस आपदा की मुश्किल घड़ी में भाजपाई, सरकार के मंत्रियों का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कैबिनेट बैठक बुला कर मंडी सराज सहित आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
जिसमें मुआवजा राशि को गृह निर्माण के लिए 1.30 लाख से सीधा सात लाख रुपए कर दिया है, गोशाला निर्माण हेतु 50.000 रुपए की राशि आंशिक क्षतिग्रस्त होने पर भी एक लाख रुपए राशि प्रति परिवार प्रदान की जाएगी। इसके अलावा गाय, बकरी या अन्य पशुधन के साथ पॉलीहाउस नष्ट होने पर भी प्रदेश सरकार लोगों को राहत एवं पुनर्वास हेतु आर्थिक मदद नगद राशि प्रदान कर रही हैं।
ये ऐतिहासिक निर्णय आज हुई विशेष केबिनेट बैठक में लिए गए है। हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने हेतु राजीव गांधी वन संवर्धन योजना को लागू करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि महिला मंडल, युवक मंडल और स्वयं सहायता समूह द्वारा पौधारोपण करने पर प्रति हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण करने के लिए प्रदेश सरकार 1.50 लाख रूपए की राशि उपलब्ध करवाएगी। पौधों के रखरखाव के लिए अतिरिक्त धन राशि का भी प्रावधान किया जाएगा। मंत्री जगत सिंह नेगी के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर बैठक में निंदा का प्रस्ताव रखा गया और गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं लोकतंत्र की गरिमा को भंग करती है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो इसके लिए सरकार सख्ती से निपटेगी।
प्रवक्ता इंदु पटियाल ने कहा कि ये अति गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है। नेता प्रतिपक्ष और उनके सहयोगियों द्वारा आपदा की इस मुश्किल घड़ी में राजनीति करने के अवसर ढूंढ रहे है। इस लिए राजस्व मंत्री के प्रति भाजपाईयों का अनैतिक व्यवहार उन्हें नहीं दिखा बल्कि इस दुर्व्यवहार की घटना पर संज्ञान लेने हेतु सरकार को प्रेस बयान में बिना कारण कोसने में वक्त जाया कर रहे हैं, जोकि ये प्रदेश हित में सही नहीं है। सभी प्रतिनिधियों का प्रथम कर्तव्य बनता है कि इस आपदा की मुश्किल घड़ी में सभी मिलजुल कर सहयोग करें। पिछली रात मंडी में कुछ स्थानों पर बाढ़ व बादल फटने की घटनाओं से भारी जानमाल की क्षति हुई है, इस भारी क्षति को पूर्ण करना असंभव है।
प्राकृतिक आपदा की मुश्किल घड़ी में सभी मिलजुल कर सहयोग करें – इंदु पटिआल