भारतीय डाक विभाग प्रदेश के डाकघरों एवं शाखा डाकघरों में उन्नत डाक तकनीक यानी एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी आई टी 2.0 (APT-IT-2.0) पोर्टल सेवा 04 अगस्त से करेगा शुरू

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सुरभि न्यूज़

मंडी / शिमला, 01 अगस्त

भारतीय डाक विभाग भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के सभी डाकघर अब डिजिटल होने जा रहे हैं। भारतीय डाक विभाग प्रदेश के डाकघरों एवं शाखा डाकघरों में उन्नत डाक तकनीक यानी एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी आई टी 2.0 (APT-IT-2.0) पोर्टल सेवा 04 अगस्त से शुरू करने जा रहा है जिसके तहत सबसे पहले प्रदेश के शिमला, धर्मशाला, सोलन, देहरा और जिला मंडी में उन्नत डाक तकनीक यानी एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी शुरू की जानी है। यह तकनीक शिमला मंडल के अधीनस्थ 54 उपडाकघरों और 239 शाखा डाकघरों में क्रियान्वित की जाएगी। इसके साथ इसमें रामपुर के 3, मंडी 514 के करीब, धर्मशाला के 3 और सोलन के 183 के करीब डाकरघर शामिल होंगे। वहीं देहरा के भी सभी डाकघर इसमें शामिल किए गए हैं।

डाक विभाग के अनुसार देहरा में प्रदेश में सबसे पहले एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी शुरू की गई है। यहां पर एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी में डाक विभाग को सफलता भी मिली है। यह पहल डिजिटल उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इस नवीन तकनीक के माध्यम से डाक सेवाएं अधिक आधुनिक, सुरक्षित और पारदर्शी बनेंगी।

मंडी मण्डल के अधीक्षक संजय ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडी मण्डल के 514 उप डाकघरों एवं शाखा डाकघरों में उन्नत डाक तकनीक यानी एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी आई टी 2.0 (APT-IT-2.0) पोर्टल सेवा 04 अगस्त से शुरू कि जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बदलाव को सुचारू रूप से लागू करने के लिए 2 अगस्त को एक निर्धारित कार्यविराम (डाउनटाइम) रखा गया है। इसी कारण 2 अगस्त को मंडी के 514 डाकघरों में आम लोगों के लिए सभी सेवओं के लिए बंद रहेंगे जबकि यह डाकघर खुले रहेंगे। सेवाएं 4 अगस्त से पुन: सामान्य रूप से आरंभ हो जाएंगी और लोग इन उन्नत सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।

उन्होंने बताया कि उन्नत डाक तकनीक यानी एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी आई टी 2.0 (APT-IT-2.0) पोर्टल सेवा से उपभोक्ता अपनी डॉक को ऑनलाइन ट्रैक कर सकते है। जब कोई भी व्यक्ति डाक भेजता है तो उसके लिए लोगों को एक डाक नंबर भी दिया जाएगा। लोग डाक घर के पोर्टल में जाकर अपनी डाक को ट्रैक कर सकते है, जिससे उन्हें जानकारी मिल जाएगी कि डाक कब और कहां पहुंची है। साथ ही व्यक्ति के पास कितने समय पर डाक पहुंची है इसकी भी जानकारी मिल जाएगी। एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी से जहां डाक विभाग का काम आसान होगा,  वहीं लोगों के लिए भी डाक पारदर्शी बनेंगी।

संजय ठाकुर ने बताया कि जब भी कोई डाक विभाग के जरीए पार्सल भेजता है तो वह सुरक्षित हो जाता है। लेकिन उसके बाद भी कई बार लोग यह बहाना मारते हैं कि डाक देरी से पहुंची है। ऐसे में एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी से डाक के साथ कोई छेडक़ानी नहीं कर सकते है। डाक पहुंचाने वाले कर्मचारी भी डाक को पहुंचाने में कोई गड़बड़ी नहीं कर सकते है। डाक कर्मचारियों को भी उसी स्थान पर डाक पहुंचानी पड़ेगी जहां का पता लिखा होगा।

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