सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
छोटाभंगाल तथा चौहार घाटी में गत तीन दिनों से पल – पलभर रुकने के बाद बारिश का सिलसिला जारी ही चला हुआ है। जिस कारण यहां का जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। जारी इस बारिश के चलते लोग खेतों तथा बाहरी कार्य करने के वजाय घरों में ही दुबकने को मजबूर हैं। भारी बारिश को देखते हुए बरोट में पंजाब राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारी भी पूरी तरह से सतर्क हैं कि भारी बारिश के कारण उहल नदी का जलस्तर बढ़ जाने से किसी का कोई भी नुक्सान न हो इसके लिए उन्होंने बरोट में उहल नदी में बनाए गए आठ बेराजगेटों में गत तीन दिन से चार से पांच गेटों को खोल दिया हैं। शुक्रवार को सुबह से चार गेटों को खोलकर 23 सौ क्युसिस पानी को उहल नदी मे छोड़ा जा रहा हैं।
तीन दिन पूर्व हुई भारी बारिश के कारण ल्हासे गिरने से चौहार घाटी के थल्टूखोड़ – ग्रामण और बरोट – मियोट सड़क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया था जिन्हें लोक निर्माण विभाग ने गत दिन ही पूरी तरह से बहाल कर दिया है मगर छोटाभंगाल के मुल्थान – बड़ा ग्रां तथा मुल्थान – लोहारडी सड़क मार्ग तीन दिन बाद भी लोकनिर्माण विभाग पूर्ण रूप से बहाल नहीं कर पाया है। हालांकि लोक निर्माण विभाग इन दोनों सड़क मार्गो को बहाल करने में पूरी तरह जुटा हुआ है मगर शुक्रवार को भी सुबह से रूककर कर हो रही बारिश ने इन सड़क मार्गो की बहाली के लिए लोक निर्माण विभाग के नाक में दम कर दिया है।
लोकनिर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता दिनेश कुमार ने बताया कि मुल्थान – बड़ा ग्रा तथा मुल्थान – लोहारडी सड़क मार्गो को बहाल करने के लिए विभाग द्वारा जेसीबी मशीनों को लगा रखा है जिस कारण जैसे – तैसे गत दिन ही इन दोनों सड़क मार्गों को मात्र छोटे वाहनों के लिए लिए बहाल कर दिया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अगर मौसम साफ़ रहता तो शाम तक इन दोनों सड़क मार्गों को पूरी तरह से बहाल कर दिया जाएगा। मुल्थान – बड़ाग्रां तथा मुल्थान – लोहारडी सड़क मार्गो के अबरुद्ध रहने से इन सड़क मार्गो से जुड़े खासकर बड़ा ग्रां, कोठी कोहड़, धरमाण तथा लोआई, स्वाड़ तथा पोलिंग पंचायत के लोगों को मुख्य बाजार बरोट तथा मुल्थान मे स्थित पंजाब नॅशनल बैक, तहसील मुल्थान, उपडाकघर बरोट, सहकारी बैंक तथा ग्रामीण बैक में अपना कार्य निपटाने के लिए घरों से दूर दो से बीस से किलोमीटर दूर से पैदल सफर कर या फिर छोटे वाहनों को अतिरिक्त किराया देकर पहुँचना पहुँचना पड़ रहा है। जिस कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।