सुरभि न्यूज़
कुल्लू
जिला परिषद सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की चालू वित्त वर्ष की प्रथम बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने करते हुए कहा कि जिला में जल जीवन मिशन के अंतर्गत लगभग एक लाख पांच हजार घरों में नल लगाए जा चुके हैं। अब केवल नौ हजार के करीब घरों को नल में जल सुविधा प्रदान करना शेष है। उन्होंने कहा कि जिला में कुल 1,14,481 घरों में नल में जल की सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य है और अब केवल 7 हजार के करीब नल लगाने हैं जिनपर तेजी के साथ कार्य चला है।
बैठक में कहा कि जिला के 100 फीसदी स्कूलों, आश्रमशालाओं व आंगनवाड़ी केन्द्रों को पाईपलाईन के माध्यम से पानी की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। बीते 10 अगस्त तक 1240 स्कूलों, 1081 आंगनवाड़ी केन्द्रों, सात आश्रम शालाओं, 235 ग्राम पंचायत भवनों, 198 स्वास्थ्य एवं वैलनेस संस्थानों तथा 222 अन्य सरकारी कार्यालयों सहित कुल 2982 संस्थानों में जल में नल की सुविधा प्रदान की जा चुकी है। जिला में 382 ग्राम एवं जल स्वच्छता समितियां गठित की गई हैं। जिला में कुल चार जल गुणवत्ता निगरानी प्रयोगशालाएं हैं जिनमें कोई भी व्यक्ति स्थानीय जल स्त्रोत अथवा विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे जल की गुणवत्ता की जांच करवा सकता है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान अभी तक पानी के कुल 2909 परीक्षण किये गए है। उपायुक्त ने अभियंताओं को पानी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया।
उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि स्त्रोत सुदृढ़ीकरण के लिये जिला में कुल 14 जल परियोजनाओं के लिये कुल 119 करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृति के लिये भेजी हैं। इसी प्रकार एडीबी के तहत 13586 लाख रुपये की परियोजनाएं स्वीकृति के लिये भेजी गई हैं। जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंताओं में अरूण शर्मा, अमित, रजनीश ओंकर के अलावा उपनिदेशक उच्च शिक्षा शांति लाल शर्मा, जिला खनन अधिकारी महेन्द्र ठाकुर तथा जिला कृषि अधिकारी सुशील शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।