चरम रोग के इलाज के लिए जाने जाते है बरोट के 90 वर्षीय भिच्छू राम ठाकुर

Listen to this article

90 सुरभि न्यूज़

खुशी राम ठाकुर, बरोट

जिला मंडी में बरोट के दुर्गम गाँव रूलिंग के निवासी 90 वर्षीय भिच्छू राम ठाकुर गत कई वर्षों से बस ठहराव बरोट के पास एक छोटे से लकड़ी के खोखे में चाय के साथ अन्य छोटी–छोटी खाद्य सामाग्री को बेचने का कार्य करते आ रहे हैं। पत्रकार से रूबरू होकर भिच्छू राम ठाकुर ने बताया कि वे वर्ष 1975 में बरोट में आए हुए हैं तभी से ही बरोट में स्थित बस ठहराव के पास एक छोटे से लकड़ी के खोखे में चाय आदि बेचने की दुकान कर रहे हैं। दोनों घाटियों को जोड़ने वाले मुख्य बरोट–घटासनी सड़क मार्ग के बीच बरोट बस ठहराव के पास दुकान होने के चलते भिच्छू राम ठाकुर को बरोट क्षेत्र में आने वाले न केवल प्रदेश के पर्यटक भली भांति जानते बल्कि बाहरी लोग भी उनसे भली भांति परिचित हो गए हैं। मुख्य स्थान पर दुकान होने के चलते सभी पर्यटक जहां तक स्थानीय लोग भी भिच्छू राम ठाकुर से इधर- उधर का पता पूछते हैं जिससे लोगों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुँचने में काफी आसानी मिल जाती है। भिच्छू राम ठाकुर बताते हैं कि वे अपनी दुकान करने के साथ – साथ किसी भी प्रकार के चर्म रोग के इलाज के लिए जाने जाते है लोगों का इस रोग इलाज वह जंगलों से जड़ी–बूटियों से मुफ्त में करते है। चरमं रोग के रोगियों को इनकी दवाई रामबाण कि तरह असर करती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने जड़ी–बूटियों के कभी भी किसी से पैसे नहीं लेते हैं वे लोगों की जनसेवा करने में ही अपना परम धर्म मानते हैं। भिच्छू राम ठाकुर 90 वर्ष कि उम्र  में भी बिलकुल सवस्थ है उनका कहना है कि ईमानदारी और मेहनत की कमाई में बहुत बरकत होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *