बागवानों ने मुख्यमंत्री से आनी में कृषि विज्ञान विज्ञान केंद्र खोलने की उठाई मांग, देश की विभिन्न मंडियों में पहुंचता है लाखों टन सेब

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सुरभि न्यूज़ 

सी आर शर्मा, आनी 

कुल्लू जिला का आनी वाह्य सिराज क्षेत्र वर्तमान में सेब उत्पादन व दुग्ध उत्पादन में एक अग्रणी क्षेत्र उभरकर सामने आया है। यहां से प्रतिवर्ष लाखों टन सेब प्रदेश व देश की विभिन्न मंडियों में पहुंचता है।
दुग्ध उत्पादन में भी यह क्षेत्र पूरे प्रदेश का 35 प्रतिशत दूध पैदा कर रहा है जिससे क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी सुदृढ हुई है। मगर आनी वाह्य सिराज क्षेत्र में किसानों व बागबानों  के लिए अभी तक कृषि विज्ञान केंद्र की सुविधा नहीं है। किसान व बागबान भाई  बैज्ञानिक तरीके से अपनी पैदावार नहीं कर पा रहे हैं।
क्षेत्र के प्रगतिशील बागबान एवं  व्यवसायी  घनश्याम ठाकुर, कारोबारी यश पाल ठाकुर, राम कृष्ण नेगी, राजेश शर्मा, शेर सिंह, बलदेव ठाकुर तथा कर्म चन्द का कहना है कि आनी वाह्य सिराज आज सेब व दुग्ध उत्पादन में सुदृढ है।
मगर कृषि विज्ञान केंद्र कि सुविधा न होने के कारण पैदावार के प्रति सही जानकारी न होने से अधिकतर किसान व बागबान अपनी पैदावार को सही गुणवत्ता नहीं दे पाते हैं और उन्हें सही दाम नहीं मिल पा रहे।
बागबानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि आनी में किसान व बागबानों की सुविधा के लिए कृषि विज्ञान केंद्र खोला जाए, जिसके लिए आनी के चवाई बुआन्दा में उद्यान व कृषि विभाग की करीब 150 विघा भूमि उपलब्ध है।
बागवानों का कहना है कि आनी एक ऐसा क्षेत्र है जहां करीब चार जिलों की सीमाएं जुड़ती हैं और ऐसे में यहां विभिन्न  विधानसभा क्षेत्र के लोग लाभान्वित होते हैं। सरकार बुआन्दा में कृषि विज्ञान केंद्र खोले तो यहां हजारों लोगों को घर द्वार में कृषि व बागबानी की बैज्ञानिक पद्धति की जानकारी उपलब्ध होगी।
आनी क्षेत्र के लोगों ने मंगलवार 30 अगस्त को आनी दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इसकी घोषणा करने की गुहार लगाई है।

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