जिला भर के शिवालयों में रही महापर्व की धूम,दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब

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सुरभि न्यूज, कुल्लू ।

जगह-जगह शिव मंदिरों में भजन कीर्तन कर शिव
भक्ति में लीन हुए शिव भक्त
भूतनाथ मंदिर में तीन दिवसीय शिवरात्रि मेला शुरू, देवताओं का हुआ भव्य मिलन
कौशल कुल्लू,
देवभूमि कुल्लू में गुरुवार को महाशिवरात्री
के पावन वेला पर शिव के दरबार भूतनाथ में हजारों की संख्या में भक्त शीश
नमन करने के लिए पहुंचे। जिला के सभी शिव मंदिरों में सुबह 4 बजे से लेकर
देर शाम तक भक्तों का तांता लगा रहा। गुरुवार को कुल्लू के प्रसिद्व
मंदिर भूतनाथ में शिवरात्रि की वेला में भोले शंकर के दर्शन पाने के लिए
श्रद्वालु का तांता लगना शुरू हो गया। वहीं दोपहर बाद हर वर्ष की भांति
इस वर्ष भी संगम महादेव,शिवराड़ी ,पांच वीर,घटोत्कछ,बनशीरा देवता
अपने हारियानों सहित भूतनाथ मंदिर में महादेव से मिलने पहुंचे। भूतनाथ
पहुंचते ही मंदिर कमेटी ने इन देवताओं का भव्य स्वागत किया। जानकारी के
अनुसार यह देवता शिवरात्रि के दौरान भूतनाथ मंदिर में रहेंगे और दूसरे दिन सरवरी में होने वाले
में मेले में शिरकत करेंगे। वहीं भूतनाथ मंदिर कुल्लू में हजारों श्रद्धालुओंं
ने पहुंच कर दर्शन किए और शिव की पिंडी को दूध, दही, घी, मख्खन, शहद से
नेहलाकर व विधिवत पूजा अर्चना की। वहीं, भाले नाथ के भक्तों ने शिव का
घोटा पीकर प्रसाद भी ग्रहण किया। इसी के साथ ज़िला के बजौरा में सबसे पुराने ऐतिहासिक शिव
मंदिर जो कि पांडवों के समय है, पगौड़ा शैली से बना कुल्लू जिला का सबसे
पुराना मंदिर है। जहां पर हर साल शिवरात्री के पावन वेला पर दूर दराज से
भक्त शिव भगवान के दर्शन करने के लिए इस खास दिन पर पहुंचते है। वहीं,
बंजार, निरमंड, कसौल, नगंवाई, आखाड़ा बाजार, मौहल, नगर, गड़सा, भूंतर,
बिजली महादेव के सभी मंदिरों में भक्तों की संख्या देखने की मिली। उधर,
आनी क्षेत्र में मनाई जाने वाली महाशिवरात्री को लेकर लोगों में खासा
उत्साह है। गांव में आज भी शिवरात्री को मनाने का पौराणिक ढंग़ है इस
रात्रि गांव के सभी परिवार भगवान शिव की महिमा का गान पौराणिक संस्कृतिक
जती और नटाउक गाकर करते है और पूरी रात्रि नौजवान भगवान शिव का नृत्य
करेंगे। प्राचीन काल से चली आ रही संस्कृति को लोग आज भी संजोए हुए है।
ग्रामीण क्षेत्र में इस पर्व को यहां की जनता शिवरात्री के चार दिनों से
भजन नृत्य कर मनाने में जुट गए है और शिवरात्री के दूसरे दिन भी कई गांव
में संवाग आदि झांकिया निकाल कर इसे अनोखे अंदाज में संजोते है। ग्रामीण
क्षेत्रों में केमटू नामक फल का शिवलिंग बनाकर इसे विधिवत पूजा जाता है।
क्षेत्र में विशेष जती और नटाउक का इस दिन गीतों द्वारा भोले बाबा क प्रसन्न किया जाएगा। ऐसा करने से लोग अपने आप को खुश किस्मत समझते है।
संगम महादेव कमेटी कुल्लू के प्रबंध निदेशक एकादशी महंत ने बताया कि कुल्लू भूतनाथ मंदिर में हर वर्ष संगम महादेव कमेटी यहां पर शिवरात्रि मेले की व्यवस्था करती है इस बार भी संगम महादेव कमेटी ने इस तीन दिवसीय शिवरात्रि मेले आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था की। है गेट सेनेटाइजर रखा है और श्रद्धा0लुओं को बिना मास्क नो एंट्री और पुलिस की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि इस बार पिछले वर्ष की भांति कुल्लू क्षेत्र के देवता संगम महादेव ,पंचवीर, घटोत्कच देवता बनशीरा इस मेले में शिरकत करते हैं और रात भर मंदिर में भजन-कीर्तन चलेंगे और देवताओं के साथ आए हुए देउलुओं का मंदिर कमेटी ने खाने व रहने की व्यवस्था की है और कल या देवता सरवरी में होने वाले महाशिवरात्रि पर्व के लिए जाएंगे।