सुरभि न्यूज़ कुल्लू।आजादी के सात दशकों के बाद भी कुल्लू जिला में आज अनेकों गांव विकास व जीवन रेखा मानी जाने वाली सड़क सुविधा से वंचित हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को अनेक प्रकार की दिक्कतों का सामना ही नहीं करना पड़ता बल्कि कई बार तो बीमार लोगों की जान पर भी बन आती है। सड़क सुविधा से वंचित होने के कारण बीमार लोगों को पीठ पर या पालकी में उठा कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय के साथ सटी लगवैली की पंचायत के फलाण-दो गांव में सामने आया है। यहां एक मरीज को ग्रामीणों ने 6 किलोमीटर तक लकड़ी की पालकी में उठाकर कुल्लू अस्पताल पहुंचाया। मिली जानकारी के अनुसार फलाण के 95 वर्षीय शांगरू राम को रविवार सुबह घर में ही गिरने के कारण पैर में चोट लगी। सड़क नहीं होने से उन्हें ग्रामीणों ने लकड़ी की पालकी में उठाकर कालंग के साथ लगते स्थान रिढ़ी नामक स्थान तक पहुंचाया। यहां बुजुर्ग को वाहन के माध्यम से कुल्लू अस्पताल लाया गया। इससे पहले पिछले शनिवार को इसी पंचायत के जिंदी गांव की 85 वर्षीय महिला संगती देवी को भी कुर्सी पर उपचार के लिए कुल्लू लाया गया था। मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग महिला की अचानक दिल का दौरा पड़ने से तबीयत बिगड़ी। परिजनों ने ग्रामीणों की सहायता से महिला को 6 किलोमीटर दूर शांलग पहुंचाया, जहां से महिला को उपचार के लिए वाहन में क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू लाया गया। हैरानी की बात है कि ग्राम पंचायत फलाण का एक भी गांव सड़क से नहीं जुड़ा है। बुजुर्ग मरीज शांगरू राम के पुत्र रोशन लाल, ग्रामीण भगत राम, दिले राम, चुनी लाल, होतम राम ने कहा कि गांव तक सड़क न होने से लोगों को परेशान होना पड़ता है। बीमारी की हालत में मरीजों को सात किलोमीटर तक उठाकर सड़क तक लाने के लिए ग्रामीण मजबूर हैं। वहीं सन्दर्भ में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एसके धीमान ने कहा कि ग्राम पंचायत फलाण के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क सुविधा से जोड़ने की योजना है। जिसका कार्य जल्द ही शुरू हो जायेगा।
2021-04-04