कुलभूषण अवस्थी पतलीकुहल। डोहलूनाला टोल बैरियर पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर स्थित इस बैरियर पर शुल्क में बढ़ोतरी से एक बार फिर जनता में रोष है। स्थानीय लोगों को इस बैरियर के इधर – उधर स्थित अपनी ही भूमि में काम करने के लिए शुल्क अदा करना पड़ रहा है। कुल्लू फलोत्पादक मण्डल के प्रधान प्रेम शर्मा ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा कि टोल बैरियर के इर्द – गिर्द के स्थानीय लोगों को दिन में कई बार अपने खेतों में काम करने के लिए इस बैरियर को पार करने के लिए काफी अधिक शुल्क अदा करना पड़ रहा है। अब इस बैरियर को पार करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है जिससे स्थानीय लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाला गया है। पहले एक महीने के पास के लिए जहां 265/- रुपए देने पड़ते थे वहीं अब स्थानीय लोगों से 285/- रुपए वसूले जा रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। शर्मा ने कहा कि स्थानीय किसानों और बागवानों को अपनी उपज को बेचने के लिए स्थानीय सब्जी मण्डी जाना पड़ता है और टोल बैरियर में उन्हें अधिक पैसे भी चुकाने पड़ते हैं क्योंकि टोल बैरियर पर उनके कमर्शियल वाहनों के पास ही नहीं बनाए जा रहे हैं। जिस करना स्थानीय बागवानों को प्रति चक्कर के 50/- रुपए अदा करने पड़ रहे हैं। फल सीजन में एक दिन में बागवानों को कई बार टोल बैरियर को आर – पार करना पड़ता है, जिस करना उन्हें एक दिन में लगभग 500/- रुपए केवल टोल शुल्क ही अदा करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त कई स्थानीय लोगों ने अपने वाहनों को अन्य जिले में पंजीकृत किया है परंतु टोल बैरियर में उन्हें बाहरी बता कर उनके महीने के पास ही नहीं बनाए जा रहे हैं। शर्मा ने सरकार से आग्रह किया है कि कम से कम स्थानीय लोगों से टोल शुल्क न बसूला जाए तथा बागवानों के वाहनों को भी विशेष छूट प्रदान की जाए तथा स्थानीय लोगों जिन्होंने दूसरी जगह वाहनों को पंजीकृत किया है उनके भी माह के पास बनाएं जाए।