सुरभि न्यूज़ कुल्लू। जिला में कोरोना कफ्र्यू में भी ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब व मध्यमवर्ग परिवारों की आर्थिक गतिविधियों पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है। गौरतलब है कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनहित में जब कोरोना कफ्र्यू लगाने का निर्णय लेते समय मनरेगा के कार्यों को जारी रखने की एक महत्वपूर्ण घोषणा भी की। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से लाखों जाॅब कार्ड धारकों ने बड़ी राहत महसूस की। उप-निदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सुरजीत ठाकुर ने बताया कि कुल्लू जिला में हजारों लोग कोरोना कफ्र्यू के बीच भी मनरेगा में कार्य कर रहे हैं। जिला में गत अप्रैल माह के उपरांत मनरेगा में 15015 परिवारों के 21730 लोगों को रोजगार प्रदान किया जा रहा है। मनरेगा के अंतर्गत जिला में 15283 विभिन्न कार्य चले हैं और 2.68 लाख कार्यदिवस अर्जित किए गए हैं। सुरजीत ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्णय के अनुसार कोई भी परिवार निजी भूमि के विकास अथवा इसमें पौधरोपण करवाना चाहता है तो इसके लिए ग्राम सभा में शैल्फ डलवाने की आवश्यकता नहीं हैं। इसके लिए ग्राम पंचायत एवं विकास अधिकारी यानि पंचायत सचिव को प्रार्थना पत्र देना होगा और साथ ही स्थानीय तौर पर काम करने वालों के मनरेगा में जाॅब के लिए आवेदन आए होने चाहिए। इस प्रकार की ढील कोरोना कफ्र्यू के दौरान दी गई है। हालांकि बाद में इस प्रकार के कार्यों को संबंधित खण्ड विकास अधिकारी से स्वीकृत करवाने की आवश्यकता रहेगी। सुरजीत का कहना है कि मनरेगा के अंतर्गत सरकार ने जिला के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई है। अनेक कार्य ऐसे भी हैं जो स्थानीय जाॅब कार्ड धारकों द्वारा जाॅब के लिए आवेदन न कर पाने के कारण अस्थाई तौर पर स्थगित किए गए हैं। जैसे ही जाॅब के लिए आवेदन आएंगे, इन कार्यों का निष्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में मनरेगा के तहत कार्यों की स्थिति संतोषजनक है। समस्त खण्ड विकास अधिकारी अपने क्षेत्रों में मनरेगा कार्यों की विशेष तौर पर निगरानी कर रहे हैं। मुख्य फोक्स ग्रामीण बेरोजगार लोगों को मनरेगा में काम सुनिश्चित बनाने पर रहता है।
2021-05-19