सुरभि न्यूज़ कुल्लू। हैलो आंचल ‘मैं आपका विधायक गोविंद ठाकुर बोल रहा हॅू। आंचल ने तपाक सेे जबाव दिया मेरे पापा को ठीक कर दो मुझे मम्मी-पापा से मिलना है। मंत्री के फोन से वह इतनी भावुक हो गई कि कुछ और कहने की स्थिति में नहीं थी। मुझे पापा की बहुत याद आ रही है वह जल्दी ठीक हो जाएंगे न। क्या मैं उनसे अस्पताल जाकर मिल सकती हॅू। गोविंद ठाकुर ने आंचल को ढाढ़स बधंवाया और कहा कि हम आपके पापा का पूरा ख्याल रख रहे हैं। वह विल्कुल ठीक है लेकिन अभी कुछ दिन दवाईयां खानी है और नेगेटिव रिपोर्ट आने तक अस्पताल में रहना है। आंचल तुम विल्कुल चिंता मत करो। किसी प्रकार की दिक्कत है तो मुझे कभी भी फोन कर लेना। फिर आपकी मम्मी भी तो उनका अस्पताल में ख्याल रख रही है। लो, मैं अभी आपके सामने डाॅक्टर से बात करता हॅू कि जल्द से आंचल के पापा को ठीक कर दो। ओल्ड मनाली की रहने वाली आंचल के पापा बालक राम की गत 17 मई को कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट आई और आक्सीजन स्तर कम होने के कारण उन्हें जिला कोविड केयर सेंटर कुल्लू में उपचार के लिए दाखिल किया गया है। आंचल बताती है कि मंत्री जी का फोन आने पर वह एकदम से भावुक हो गई और कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थी। मुझे बहुत अच्छा लगा कि हमारा विधायक और मंत्री खुद मुझे फोन करके मेरे पापा के बारे में पूछ रहे हैं। मेरे लिए बस यही काफी था। मेरा इतना मनोबल बढ़ा और मुझे लगा कि सरकार हमारे साथ है। मंत्री जी ने उसी समय दूसरे फोन से डाक्टर को फोन करके मुझे मेरे पापा के स्वास्थ्य की जानकारी दी। अब मैं काफी संतुष्ट हूॅ, वर्णा हर समय मन में भय सा बना रहता था। मंत्री के एक फोन ने मेरी सारी आशंकाओं को खत्म कर दिया और अब मुझे विश्वास हो गया कि मैं जल्द अपने मम्मी पापा से मिल पाउंगी। आंचल ने इसके लिए गोविंद ठाकुर का आभार जताया है। हुरला-गड़सा के 15 वर्षीय कोरोना पाॅजिटिव नौजवान से गोविंद ठाकुर ने जब फोन से बात करके कुशलक्षेम पूछना चाहा तो वह बोला मैं ठीक हॅूं। अभी दवाई ली है मैं ज्यादा बात नहीं कर सकता। आपका धन्यवाद। फिर बात कर लूंगा। इतना कहते हुए उसने फोन काट दिया। मनाली के नेहरू कुण्ड में होटल व्यवसाय से जुड़े एक कोरोना पाॅजिटि एनआरआई से शिक्षा मंत्री ने फोन पर बात की तो वह बहुत खुश हुए। अपने अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि कोविड केयर अस्पताल में सभी डाॅक्टरों और स्टाफ ने जिस प्रकार से उनका ख्याल रखा वह उनके मुरीद हो गए हैं। वह बताते हैं कि उनका अनुभव अस्पताल में कोविड मरीजों के उपचार को लेकर कुछ और ही था, लेकिन जब वह स्वयं दाखिल हुए तो पता चला कि कितना उत्कृष्ट इलाज किया जाता है। सबसे बड़ी बात मरीजों के संपर्क में डाक्टर हर समय रहते हैं। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य दिक्कत आने पर तुरंत से उपचार करने पहुंच जाते हैं। उन्होंने मंत्री का और प्रदेश सरकार का बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा उपलब्ध करवाने के लिए आभार जताया है। गोविंद ठाकुर ने बताया कि वह जिला में सभी कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के साथ बातचीत करते हैं। अभी तक 2874 मरीजों से वह मोबाईल से बात कर चुके हैं। वह कहते हैं उपचार को लेकर बहुत से मरीजों की बहुत सी आशकांए होती हैं। वह उनका भी समाधान चिकित्सकों से तुरंत करवाते हैं। मरीजों से संवाद करके उनका मनोबल बढ़ता है और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ उनको मिलता है। बहुत बार वह मरीजों के बच्चों से घर पर मोबाईल से कनैक्ट होते हैं ताकि बच्चे अपने आप को अकेला महसूस न करें और उनके मन से बीमारी का भय भी निकल जाए।
2021-05-22