केंलाग में मिलेगा चोबीस घंटे पानी, जल शक्ति विभाग की ओर ट्रायल रहा सफल, 13.69 करोड़ रूपये के करीब होगा खर्च-डी सी पंकज राय

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सुरभि न्यूज़ केलंग। हिमाचल प्रदेश के भागौलिक दृष्टि से सबसे बड़े जिले और जनजातीय क्षेत्र लाहुल स्पिति में अब सदियों बाद पहली बार में 24 घंटे पीने के पानी की आपूर्ति होगी। ऐतिहासिक अटल टनल बनने के बाद लाहुल स्पिति पर्यटन उद्योग के रूप में उभर रहा है। हजारों पर्यटक यहां पर रोजाना पहुंच रहे है। ऐसे में चोबीस घंटे पानी की सुविधा से पर्यटन कारोबार के लिए मील का पत्थर साबित होगी। सर्दियों में पानी की अब कोई किल्लत लाहुल स्पिति के केंलाग क्षेत्र के लोगों को नहीं सताएगी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने 2021-22 में इस योजना के लिए में 2.6 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। लाहुल स्पिति के केंलाग में सबसे 24 घंटे पानी की आपूर्ति की योजना (एंटी फ्रीज वाटर सप्लाई सिस्टम ) को अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसके बाद जिले के अन्य हिस्सों में इसी तरह पानी पहुंचाने का योजना है। लाहुल स्पिति जोकि छह से सात महीने तक बर्फ से ढका रहता है। यहां पर सर्दियों में तापमान माइनस 60 सेल्सियस तक पिछले कुछ वर्षो में रिकार्ड किया गया है। लेकिन सबसे बड़ी किल्लत यहां पर लोगों को पानी की आपूर्ति की होती थी यहां पर प्राकृतिक स्त्रोत भी केंलाग के आसपास काफी कम है। ऐसे में पानी को लाने के लिए लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ता है। स्थानीय लोगों की पिछले कई वर्षो से मांग थी। लेकिन चोबीस घंटे पानी की आपूर्ति की योजना को दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लाहुल स्पिति के लिए एंटी फ्रीज वाटर सप्लाई सिस्टम योजना वरदान साबित होगी। कैबिनेट मंत्री डा राम लाल मार्कण्डेय ने इस प्रोजेक्ट को सफल अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार के समक्ष रखा और संबंधित अधिकारियों से समय समय पर फीडबैक लेकर कार्य को गति देते रहे। चैबीस घंटे पानी की आपूर्ति की योजना का ट्रायल जल शक्ति विभाग की ओर केंलाग में किया गया है। जल शक्ति विभाग ने जिला अस्पताल के लिए पानी की लाईन बिछाई है। जोकि जनवरी माह में बिछाई गई थी। यहां 200 मीटर पाईप जमीन के नीचे डेढ़ मीटर तक गहरी बिछाई गई है।जनवरी माह में बर्फबारी के बीच माइनस तापमान होने के बाद भी पानी की आपूर्ति की गई। ये ट्रायल के तौर पर किया गया था जोकि सफल रहा। इस योजना के तहत हर घर को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। केलांग के सभी होटल, होम स्टे, रेस्ट हाउस आदि को इस सुविधा से जोड़ा जाएगा। मेन पाईप से घर के भीतर तक पाईप लाइन का इन्सुलेटेड करने के लिए उपभोक्ता को स्वयं कार्य करवाना होगा। इसके लिए तकनीक जल शक्ति विभाग लोगों के साथ सांझा करेगा। नार्थ अमेरिका और यूरोप के कई देशों में सर्दियों में माइनस तापमान के बाद भी पानी की आपूर्ति होती है। इसी सिस्टम का अध्ययन करने के बाद जल शक्ति विभाग ने केंलाग में विदेशों की तकनीक पर पाईप लाइन बिछाने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत 1,2 मीटर से डेढ़ मीटर की गहराई पर पानी की पाईप की बिछाया जाएगा। क्योकि इस गहराई पर पानी जमता नहीं है। ऐसे में पाईप को अतिरिक्त हीट की आवश्यकता भी नहीं रहेगी। जबकि क्नेक्शन के लिए के जब फ्रीज प्वाइंट से उपर से क्नेक्शन दिया जाएगा तो पाइप इन्सुलेटड होगी। जोकि पाईप में गर्मी को बनाए रखने में मदद करेगी ताकि पानी पाइप के भीतर न जमे। मुख्य स्त्रोत जोकि बिलिंग नाला है वहां से लेकर केंलाग तक सारी पाईप लाइन जमीन के नीचे बिछाई जाएगी। चोबीस घंटे पानी की आपूर्ति बिलिंग नाला से की जाएगी। जब गर्मियों में बर्फ पिघलने लगती है तो पानी में सिल्ट की मात्रा काफी अधिक हो जाती है। ऐसे में इस मुख्य स्त्रोत के समीप डिसिल्टिंग चैंबर बनेगा जोकि पानी से सिल्ट को अलग करेगा। इसके बाद केलांग में निर्धारित स्थानों पर बने स्टोरेज टैंक में पानी की आपूर्ति की जाएगी। मुख्य स्त्रोत के समीप चैंबर के लिए स्थान चिन्हित कर दिया गया है। इसी स्त्रोत से केलांग को पानी की आपूर्ति की जाएगी। इस योजना के तहत करीब सात स्टोरेज टैंक बनने प्रस्तावित है। इसके लिए स्थानों का चयन जल शक्ति विभाग ने कर दिया है। मुख्य स्त्रोत से पानी इन स्टोरेंज टैंकों में आएगा। ये टैंक केंलाग शहर में ही बनेंगे। इन्हीं टैंकों से पानी की आपूर्ति उपभोक्ताओं को दी जाएगी। यह पयर्टन कारोबार में मील का पत्थर साबित होगी। जिलाधीश पंकज राय ने कहा की यह अलग आइडिया है। आईपीएच विभाग के साथ मिलकर चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति को लेकर विकल्प ढूंढने के आदेश दिए थे। मैंने जिन विदेशों में दौरा किया था उनमें से कुछ देश ऐसे भी थे जहां पर माईनस में तापमान होता है तो पानी की आपूर्ति नियमित रहती है। इन्ही की तर्ज पर जल शक्ति विभाग को प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए आदेश दिए थे। इसके बाद ही ट्रायल हुआ जोकि सफल रहा हैै। इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी लाभ मिलेगा। चोबीस घंटे प्रस्तावित योजना पर 13.69 करोड़ रूपये का खर्च अनुमानित है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने 2021-22 में इस योजना के लिए में 2.6 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। अब जल्द ही इसके आगामी कार्य को शुरू किया जाएगा।

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