सुरभि न्यूज़ कुल्लू। अगर मन में कुछ कर गुजरने का हौंसला हो तो बड़ी से बड़ी बाधाएं भी रास्ते से खुद-ब-खुद किनारा कर लेती हैं। यह बात आज शिक्षा भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने दो दिन पहले कुल्लू से केरल तक का पैदल भ्रमण पूरा कर लौटेे वीरेन्द्र ठाकुर को मनाली स्थित अपने निवास पर सम्मानित करने के बाद कही।उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के मनाली विधानसभा क्षेत्र के फोजल के एक छोटे से गांव धारा से सम्बंध रखने वाले वीरेन्द्र ठाकुर ने अपने मजबूत आत्मबल और दृढ़ इच्छा शक्ति से जिला कुल्लू से केरल तक 43 दिन लगातार 2800 से अधिक किलोमीटर का पैदल भ्रमण कर कीर्तिमान स्थापित किया है। वीरेन्द्र की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह आज की युवा पीढ़ी के लिए बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि प्रदेश के युवा इस प्रकार की कठिन चुनौतियों का सामना करने के लिए निडर होकर आगे बढ़ रहे हैं और प्रदेश का नाम रौशन कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के साथ विशेष मुलाकात के दौरान वीरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि उसने प्रतिदिन 60 किलोमीटर पैदल सफर तय करता था। इस दौरान उसने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित करीव 8 राज्यों से होते हुए यह सफर तय किया। वीरेन्द्र ने कहा कि केरल से वापिस साईकल पर आने का कार्यक्रम था लेकिन केरल, महाराष्ट्र व कर्नाटक में मानसून के कारण उन्हें अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वह मानसून के बाद करीव 3 महीने बाद फिर से सफर पर निकलेंगे व फिर कन्याकुमारी तक का सफर तय करेंगे। उन्होंने कुल्लू वासियों को संदेश देते हुए कहा कि भले ही हमारा कुल्लू बहुत खूबसूरत है लेकिन दूसरे राज्यों में भी अवश्य जाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को भी संदेश देते हुए कहा कि नजदीकी कार्यों के निष्पादन के लिए पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए, इससे जहां स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा और पर्यावरण भी स्वच्छ बना रहेगा।
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2021-06-20