सुरभि न्यूज़ कुल्लू। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी का कुल्लू जिला का प्रवास प्रदेश के लिए अरबों रूपये की सौगातें प्रदान कर गया। इस संबंध में अपने उद्गार व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि नितिन गडकरी को हिमाचल प्रदेश, विशेषकर कुल्लू घाटी से विशेष स्नेह है। उनका मानना है कि हिमाचल देश का सर्वाधिक खूबसूरत प्रदेश है। इस प्रदेश को स्विट्जरलैण्ड से भी अधिक सुंदर गंतव्य के रूप में विकसित करने की उनकी दिली तमन्ना है। नितिन गडकरी ने जिला के अपने दौरे के दौरान अनेक बार इस बात को दोहराया कि पर्वतीय प्रदेश में क्नेक्टिविटी की समस्या स्वाभाविक है और इसे बढ़ाने तथा सुंदर व विकसित सड़कों की सुविधा के लिए वह हर संभव मदद करने के लिये तैयार हैं। गोविंद ठाकुर ने नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में 24 जून, 2021 का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा जब केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की उपस्थिति में कुल्लू जिला के मनाली से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के लिए 6155 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण किए व आधारशिलाएं रखीं।
इन परियोजनाओं में 1303 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 39.14 किलोमीटर लम्बे एनएच-22 (नया एनएच-05) के परवाणु-सोलन सेक्शन के फोर लेन का लोकार्पण, 1323 करोड़ रुपये की लागत से 18.13 किलोमीटर लम्बे एनएच-88 (नया एनएच-303, 503) कांगड़ा बाईपास-भंगबार सेक्शन के फोर लेन के निर्माण, 2098 करोड़ रुपये की लागत से 47.75 किलोमीटर लम्बे एनएच-21 (नए एनएच-205,154) कीरतपुर-नेरचैक (ग्रीनफील्ड संरेखण) के फोर लेन के निर्माण, 273 करोड़ रुपये की लागत से 25 किलोमीटर लम्बे एनएच-707 (ग्रीन नेशनल हाईवे काॅरिडोर प्रोजेक्ट) पांवटा साहिब-हेवना के फोर लेनध्टू लेन के निर्माण, 243 करोड़ रुपये की लागत से 25 किलोमीटर लम्बे एनएच-707 (ग्रीन नेशनल हाईवे काॅरिडोर प्रोजेक्ट) हेवना-अशयारी के टू लेन के निर्माण, 346 करोड़ रुपये की लागत से 25 किलोमीटर लम्बे एनएच-707 (ग्रीन नेशनल हाईवे काॅरिडोर प्रोजेक्ट) के अशयारी-श्री क्यारी सेक्शन के टू लेन, इंटरमीडिएट लेन के निर्माण, 349 करोड़ रुपये की लागत से 19.9 किलोमीटर लम्बे एनएच-707 (ग्रीन नेशनल हाईवे काॅरिडोर प्रोजेक्ट) श्री क्यारी-गुम्मा सेक्शन के इंटरमीडिएट लेन के उन्नयन, 126 करोड़ रुपये की लागत से 8.65 किलोमीटर लम्बे एनएच-707 (ग्रीन नेशनल हाईवे काॅरिडोर प्रोजेक्ट) गुम्मा-फेडिज सेक्शन के इंटरमीडिएट लेन के उन्नयन और 94 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जाने वाली 12.71 किलोमीटर लम्बी पांवटा-राजबन-शिलाई-मीनस-हाटकोटी सड़क एनएच-707 के टू लेन के निर्माण कार्य की आधारशिला शामिल हैं। गोविंद ठाकुर ने नितिन गडकरी द्वारा अनेक अन्य आश्वानों के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया है जिसमें उन्होंने कहा कि आगामी दो वर्षों में दिल्ली से कुल्लू तक यात्रा समय घटकर सात घंटे रह जाएगा, जिससे प्रदेश में पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिन सड़कों का उन्होंने शिलान्यास किया है उन्हें निर्धारित समय में पूर्ण किया जाएगा। इसके अलावा, नितिन गडकरी ने हिमाचल प्रदेश को इस वर्ष 15 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं प्रदान करने की भी घोषणा की।
कुल्लू-मनाली वामतट बनेगा टू-लेन
गोविंद ठाकुर की 40 किलोमीटर लम्बी लेफ्ट बैंक मनाली सड़क को टू-लेन करने की मांग को पूरा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट अति शीघ्र तैयार कर ली जाएगी। यही नहीं, परिवहन के वैकल्पिक साधनों, जैसे केबल कार इत्यादि के निर्माण के अलावा राज्य में सड़क सम्पर्क को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार को हर सम्भव सहायता प्रदान करने का भी उन्होंने आश्वासन दिया। शिक्षा मंत्री ने कहा इस सड़क के विस्तार से किसानों, बागवानों को जहां अपने उत्पाद सुगमता से मण्डियों में पहुंचाने की बेहतर सुविधा मिलेगी, वहीं पर्यटन में गुणात्मक वृद्धि होगी क्योंकि वामतट घाटी बेहद खूबसूरत है जहां अनेक ऐतिहासिक मंदिर और दर्शनीय स्थल हैं।
रोपवे कार्पोशन से उठाया गया है रज्जू-मार्ग निर्माण का मामला
गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला एक पर्वतीय क्षेत्र है और यहां की सुदूर ऊंची घाटियां बेहद खूबसूरत और दर्शनीय हैं जहां बड़ी संख्या में सैलानी आकर्षित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन घाटियों की क्नेक्टिविटी के लिए रज्जू मार्गों के निर्माण को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। इससे इकोलाॅजी भी संरक्षित रहेगी और सैलानी भी आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस संबंध में रोप-वे कार्पोरेशन आॅफ इण्डिया से मामला उठाया है और प्रदेश में अनेक रोप-वे निर्माण की बात जारी है। उन्होंने कहा कि ऐसे वैकल्पिक मार्गों के निर्माण के लिए नितिन गडकरी ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। जिला में अनेक स्थलों पर रोप-वे निर्माण की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा।
कुल्लू-मनाली सड़क पर सफर सुविधाजनक
गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुल्लू से मनाली राजमार्ग में अब केवल 35 मिनट लगते हैं जहां पहले दो घण्टे लगते थे। उन्होंने कहा कि घण्टों तक इस मार्ग पर जाम लगने के कारण बहुत से सैलानी रास्ते से ही मुड़ जाते थे, लेकिन अब यह सफर काफी सुविधाजनक हुआ है। रिकार्ड समय में इस राजमार्ग को तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की भविष्य में जिला में सड़कों के निर्माण की योजना है। फोर-लेन का कार्य प्रगति पर है और एक साल के भीतर यह पूरा हो जाएगा जब मनाली से मण्डी महज दो घण्टे का ही समय लगेगा।
साहसिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला में साहसिक पर्यटन की अनेक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। कोरोना महामारी के दौर में पर्यटन सर्वाधिक प्रभावित हुआ है, लेकिन समय हमेशा एक सा नहीं रहता। बहुत जल्द सभी गतिविधियां बहाल हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि अच्छी क्नेक्टिविटी हो जाने से पैरा ग्लाईडिंग, राॅक क्लाईबिंग, रीवर राफ्टिंग, स्कींईग जैसे साहसिक खेलों में गुणात्मक बढ़ौतरी होगी और हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि लारजी झील में वाटर स्पोर्ट्स व अन्य गतिविधियों को मंजूरी दी गई हैं। इससे भी रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे।
अटल टनल पर्यटन के लिए बनी वरदान
गोविंद ठाकुर ने कहा कि अटल टनल कुल्लू व लाहौल-स्पिति जिलों के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। टनल के लोकार्पण के उपरांत कोविड-19 के बावजूद हर रोज हजारों लोग इसे देखने के लिए आ रहे हैं। स्थानीय लोगों को परोक्ष व अपरोक्ष रोजगार के साधन बढ़े हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सभी को वैक्सीन लग जाने के बाद की कोरोना की तीसरी लहर की संभावना काफी कम है और यदि सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में जिला में पर्यटन चरम पर होगा जिससे हजारों लोगों को रोजगार के अतिरिक्त द्वार खुलेंगे।
2021-06-27