नदी-नालों व पहाड़ों की ओर रूख न करें लोग डीसी की एडवाईजरी-आशुतोष गर्ग

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा जिला में अगले तीन दिनों के दौरान यलो व आरेंज अलर्ट की चेतावनी के मद्देनजर उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने एडवाईजरी जारी करते हुए जिलावासियों को आगामी 19 जुलाई तक सतर्क रहने को कहा है। 16 तथा 17 जुलाई को येलो अलर्ट तथा 18 व 19 जुलाई को आरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान अत्यधिक वर्षा के दिनों जहां नदी-नाले तथा खड्डें उफान पर होती हैं वहीं सड़कों के किनारे तथा अन्य संवेदशील स्थानों पर भूस्खलन का भी खतरा बना उत्पन्न हो जाता है। किसी भी प्रकार का जान-माल का नुकसान न हो इसके लिए बार-बार जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रचार माध्यमों से जिला में बाहर से आने वाले पर्यटकों तथा स्थानीय लोगों से नदी-नालों, खडडों तथा भूस्खलन संभावित स्थानों में न जाने की अपील की जाती है। आशुतोष गर्ग ने बताया कि मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार जिला में 17 जुलाई तक मध्यम व उंचाई वाली पहाड़ियों पर वर्षा, बादलों की गर्जना के साथ तूफान तथा बिजली कड़कने की संभावना के दृष्टिगत येलो अलर्ट जबकि 18 तथा 19 जुलाई दो दिन के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने जिलावासियों व सैलानियों से अपील की है कि नदी-नालों की ओर रूख न करें और न ही पहाड़ों के समीप जाएं जहां पत्थर गिरने का खतरा रहता हो। उन्होंने कहा कि लोग मवेशियों के लिए चारा एकत्र करने अथवा बालन लकड़ी के लिए पहाड़ों अथवा नदी-पालों के समीप जाते हैं और कभी-कभी फिसलन के कारण अथवा भूस्खलन से अपनी जान को जोखिम में डाल देते हैं। उन्होंने होटलियरों, टैक्सी संचालकों व होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों से आग्रह किया है कि बाहरी राज्यों के सैलानियों को नदी-नालों के समीप न जाने की सलाह दें। साथ ही पहाड़ी की ओर वाहन पार्क न करने व रात्रि के दौरान वाहन न चलाने के लिए भी जागरूक करें। उपायुक्त ने जिला के किसी भी भग में किसी भी प्रकार की संभावित प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सभी सभी विभागों को दुर्घटना
प्रभावित संवेदनशील स्थानों को समय पर चिन्हित कर समुचित संसाधनों के साथ तैयार रहने के निर्देश दिए है ताकि किसी प्रकार की अनहोनी घटना को रोका जा सके। इसके अलावा विभागों को प्रभावित सड़कों को खोलने, पानी व बिजली की आपूर्ति को बहाल करने के लिए हर समय तत्पर रहने को कहा है। आशुतोष गर्ग ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों तथा स्थानीय लोगों के लिए जिला के जलाशयों में किसी भी प्रकार की साहसिक जलक्रीड़ा गतिविधियां करने पर पहले ही प्रतिबंध लगाया गया है।

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