सुरभि न्यूज़ आनि। कुल्लू जिला के आनी विधानसभा क्षेत्र में मॉनसून कुछ इस तरह कहर बरपा रहा है कि आम जनजीवन तो अस्तव्यस्त हुआ। अधिक बरसात होने से अब तक आनी विधानसभा क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी के निरमंड मंडल का सड़को के क्षतिग्रस्त होने से 2 करोड 50 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। जिनमें कई सडकें भूस्खलन से बाधित हैं। कहीं सड़कों के डंगे ढह चुके हैं तो कई सड़कों का कई सौ मीटर तक नामोनिशान मिट चुका है। बरसात में अधिकतर ग्रामीण सड़कों को सबसे ज्यादा नुकासान पहुंचा है। आनी विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों सेब का सीजन रफतार पकड़ चुका है ऐसे में बरसात ने बागवानों की चिंता भी बढ़ा दी है। बागवानों को अपनी साल भर की कमाई और क्षेत्र की नकदी फसल को मंडियों तक पहुंचाने की चिंता सताने लगी है। पीडब्ल्यूडी के निरमंड मंडल के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि बीते दिनों हुई भारी बरसात में आनी विधानसभा क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी की 35 ग्रामीण सडकें अवरूद्व हो गई थी। जिनमें से 26 सड़कों को बहाल किया जा चुका है। जबकि बाकि बंद सड़कों की बहाली का काम युद्व स्तर पर जारी है। आनी विधानसभा की सड़के क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें अरसू से डीम, राणाबाग से करशेईगाड, पनेटानाल से बिश्ल, कुफरीधार से जटेढ, खेनवी बांशा सड़क, बागीपुल से जाओं, चैंराधार से पनेउ, अरसू से चुनागई, खनाग-शुश-टकरासी, करशेईगाड से करशाला, पनेई से जाबो, कंडुगाड से पटारना, गुगरा से कुटवा, नैनावती से कराड, बखनाओं से डूगा शिगान, बागीपुल से सराहन, ब्रौ-पोषणा-चकलोट, रूमाली से डीम, गुगरा से तराला, चाटी से तुनन, अवेरी-बायल-कोयल सड़क, निरमंड-अरसू-सराहन सड़क, आनी-बश्ता सड़क, चवाईधार से पोखरी, बागीपुल से जाओं, कंडानाल से फरबोग, श्वाड-कराणा सड़क, मोहाली से धार, फरबोग से थाच, पेरीनाल से सराहर, रेहचा थाच- शगागाी, कंडागई से निथर आदि सड़कों को भूस्खलन व डंगे गिरने या बारिश के कारण नालों में बढे पानी और मलबे से कलवर्ट बंद हो जाने से पानी का रूख सड़क में हो जाने से नुकसान पहुंचा है। अधीशाषी अभियंता ई. राजेश कुमार शर्मा लोक निर्माण विभाग मण्डल वाह्य सिराज निरमण्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि जिनमें से 26 सड़कें बहाल कर दी गई हैं। भारी बरसात के कारण पीडब्लयूडी की सड़कों को निरमंड मंडल में 2 करोड़ 50 लाख रूपयों का नुकसान हो चुका है। 35 बंद सड़कों में से 26 बहाल कर दी गई है। मशीनरी जगह जगह तैनात की गई है। गवानों को सेब की फसल मंडियों तक पहुंचाने में कोई दिक्कत न हो इसके चलते बाकि की अवरूद्व सड़कों को भी बहाल करने का युद्वस्तर पर काम चला है।
2021-07-30