सुरभि न्यूज़ कुल्लू। ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन कुल्लू का वार्षिक नाट्योत्सव नौ दिवसीय कुल्लू रंग मेला केहर सिंह ठाकुर की एकल नाट्य प्रस्तुति मैं मनोहर सिंह हूँ के दमदार मंचन के साथ ही सम्पन हो गया। संस्था द्वारा भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से तथा आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर भाषा एवं संस्कृति विभाग कुल्लू के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस नाट्योत्सव नौ दिनों तक एक से एक सफल प्रस्तुतियां हुईं। केहर सिंह ठाकुर द्वारा परिकल्पित अभिनीत व निर्देशीत यह नाटक ‘मैं मनोहर सिंह हूँ विख्यात रंगमंच अभिनेता मनोहर सिंह के अभिनय जीवन पर आधारित है। किस प्रकार से उन्होंने अभिनय की शुरूआत की। कैसे वे अपने द्वारा अभिनीत किए जाने वाले चरित्र की तैयारी करते थे और कैसे उसे आत्मसात करते थे।
प्रस्तुत नाटक में उनके समकक्ष अभिनेताओं व अभिनेत्रियों खास तौर से मनोहर के अनुसार सुरेखा सिकरी और उतरा बावकर की चरित्र निर्माण की विधि की भी चर्चा करने की कोशीश की गई है। मनोहर सिंह द्वारा अभिनीत चर्चित नाटकों जैसे आधे अधूरे, लुक बैक इन एंगर, संध्या छाया, ओथेलो, किंग लीयर, तुगलक, दांतो की मौत तथा हिम्मत माई का हवाला देते हुए नाटक में मनोहर की शिमला के एक छोटे से गांव के साधारण लड़के से एक विख्यात अभिनेता बनने तक की यात्रा की चर्चा करने की कोशिश की है और अन्ततः अपने करियर के एक पड़ाव में थिएटर, सिनेमा और सीरियलों में समन्वय स्थापित करते करते केंसर की लम्बी जद्दोजहद के बाद इस दुनिया से विदा हो जाते हैं। नाटक देश भर में रंगकर्मियों की बुरी स्थिति के बारे में सवाल उठाता है और हर राज्य सरकारों से आग्रह करता है कि अच्छा रंगकर्म करने वालों को सुविधाएं दे व सम्मान दे। रंगकर्मियों के फिल्मों और सीरियलों में पलायन को लेकर भी गंभीर प्रश्न उठाता है। नाटक में वस्त्र व आलोक परिकल्पना मीनाक्षी की रही, पाष्र्व ध्वनि संचालन वैभव ठाकुर तथा पाष्र्व ध्वनि व्यवस्था रेवत राम विक्की ने की। जबकि आनलाईन स्ट्रीमिंग के लिए केमरा पर सुमित ठाकुर और भरत सिंह रहे। आनलाई स्ट्रीमिंग का कार्य वैभव ठाकुर ने किया। प्रस्तुति के बाद संस्था अध्यक्ष केहर सिंह ठाकुर ने संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, भाषा एवं संस्कृति विभाग कुल्लू, संस्था के सदस्यों तथा कुल्लू के प्रिंट और इलैक्ट्रोनिक मीडिया को इस नाट्योत्सव को आयोजित व सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया।