सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल घाटी में शुक्रवार देर रात से शनिवार दोपहर तक जोरदार तथा उसके बाद दिनभर हल्की-हल्की वारिश का सिलसिला जारी रहा है। शुक्रवार देर रात से शनिवार दोपहर तक हुई भारी वारिश के कारण एक ओर दोनों घाटियों के सब्जी उत्पादकों की बंद गोभी तथा फूल गोभी प्रभावित हुई वहीँ दूसरी ओर दोनों घाटियों के लोगों द्वारा सर्दी के मौसम के लिए अपने पालतू पशुओं को घास के भंडारण के लिए धूप न लगने के कारण घास को सुखाने में भी भारी मुशिकलें पेश आई।
इसके साथ- साथ यहाँ पर हुई भारी वारिश के कारण यहां पर विचरित करने वाली उहल व लंबाडग मुख्य नदियों तथा उनके सहायक नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। वहीँ दूसरी ओर इस वारिश के कारण दोनों घाटियों को जोड़ने वाले मुख्य बरोट–घटासनी सड़क मार्ग के बीच शनिवार को सुबह लगभग 11बजे बरधान नामक स्थान पर भारी ल्हासा गिरने के कारण यह सड़क मार्ग छोटे वाहनों के लिए अबरूद्ध हो गया है। जिस कारण 11 बजे के बाद घाटियों से नीचले क्षेत्रों की ओर जाने वाली बसें तथा नीचले क्षेत्रों से घाटियों तक आने वाली बसें ल्हासे के आरपार ही फंसी रही। जिस कारण यात्रियों को अपने-अपने गंतव्य स्थान तक पहुँचने में भारी मुशिकलों का सामना करना पड़ा। इस बारे में लोक निर्माण विभाग के सबडिविज़न झटिंगरी के कनिष्ठ अभियन्ता भगत राम का कहना है कि इस ल्हासे को उठाने के लिए जेसीबी मशीन को लगा दिया है अगर मौसम साफ रहा तो इस अबरूद्ध हुए सड़क मार्ग को पूरी तरह बहाल कर दिया जाएगा। |