सुरभि न्यूज़ कुल्लू। 15 अक्तूबर से 21 अक्तूबर, 2021 तक आयोजित किये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कुल्लू दशहरे में देव परम्पराओं के निर्वहन को लेकर शिक्षा मंत्री एवं अध्यक्ष दशहरा समिति गोविंद सिंह ठाकुर ने जिला के देवी-देवताओं के समस्त कारकूनों के साथ आज अटल सदन कुल्लू में बैठक का आयोजन किया। बैठक में कोविड के बीच दशहरे के आयोजन को लेकर विस्तारपूर्वक मंथन किया गया। अपने संबोधन में गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरा में जिला के सभी भागों से देवी-देवता भाग लेंगे और सप्ताहभर ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में देवी-देवताओं का महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केन्द्र बना रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है और वैज्ञानिकों ने अक्तूबर माह के दौरान तीसरी लहर की आशंका जताई है, जिसके चलते कोविड नियमों का पालन करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक गतिविधियां नहीं हो पाएंगी और न ही कलाकेन्द्र सजेगा। गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरे के आयोजन को लेकर अभी 27 सितम्बर को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विशेष बैठक करेंगे और स्थिति के अनुसार तथा देव समाज से जुड़े लोगों के सुझावों के अनुरूप जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसका सभी सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी बुद्धिजीवी लोग, देवता कारदार संघ, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि, नगर निकाय व आम लोग सभी से दशहरा उत्सव मनाने के संबंध में सुझाव प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला देवास्था का बड़ा केन्द्र है और लोगों की भावनाओं का सम्मान करना उनका नैतिक दायित्व है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला में सौ फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है और 15 अक्तूबर तक 60 फीसदी से अधिक लोगों को दोनों डोज प्रदान कर दी जाएगी। इस तरह से जिला कोरोना महामारी की दृष्टि से काफी सुरक्षित होगा। हालांकि, 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्सीन नहीं लगी है, तो ऐसे में उनके जीवन को भी खतरे में नहीं डाला जा सकता। उन्होंने कहा कि जिला वर्तमान में केवल 23 एक्टिव मामले हैं और हर रोज केवल 4 या 5 मामले और कभी एक भी नहीं रिकार्ड किए जा रहे हैं। जिला के लिये यह राहत भरी खबर है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी हम सभी को कोरोना नियमों का पालन जरूरी तौर पर करना है।
शिक्षा मंत्री ने ने कहा कि देवताओं के प्रति लोगों की गहन आस्था है और ऐसे भी किसी को भी दर्शन करने से वंचित नहीं किया जा सकता। अत्यधिक भीड़ को बलपूर्वक नियंत्रित करने के पक्ष मंे वह विल्कुल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग जो ढालपुर मैदान आएंगे, देवता के दर्शन करने की उन्हें छूट होगी। बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी ने कहा कि सभी लोग दशहरा उत्सव का आयोजन चाहते हैं और इसके स्वरूप को अंतिम रूप देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बीच व्यवस्था बनाना भी जरूरी है और सख्ती भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक निश्चित दूरी कायम रखते हुए स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाए जा सकते हैं। इससे स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी और दशहरा के आयोजन के लिए धनराशि भी जुटाई जा सकती है। पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने कहा कि दशहरा उत्सव सभी लोग मनाना चाहते हैं। सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाना चाहिए। देव समागम के अलावा अन्य गतिविधियां शासन व प्रशासन नियमों के अनुसार करें। एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह तथा जिला कारदार संघ के अध्यक्ष जयचंद ठाकुर ने स्वागत भाषण में कहा कि जिला के समस्त देवी-देवताओं की मौजूदगी दशहरा उत्सव में सुनिश्चित बनाई जानी चाहिए। उन्होेंने कहा कि दशहरा उत्सव में स्थानीय व्यापारियों के स्टॉल लगाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य गतिविधियों के आयोजन पर अंतिम फैसला ले। उपायुक्त एवं दशहरा उत्सव समिति के उपाध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव-2021 की रूपरेखा देव समाज से जुड़े लोगों तथा चुने हुए प्रतिनिधियों के सुझावों के अनुरूप ही तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड नियमों की अनुपालना करना सभी का दायित्व है और मैदान की क्षमता का 50 प्रतिशत भाग का ही उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक भीड़ को निमंत्रण नहीं दिया जा सकता, इसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा। नगर परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण मंहत, जिला महामंत्री अखिलेश कपूर, दिनेश सेन, प्रताप ठाकुर, जोग राम, बडी संख्या में देव समाज के प्रतिनिधियों सहित समस्त विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।