निखिल कौशल कुल्लू। मंडी लोकसभा क्षेत्र से आजाद प्रत्याशी एडवोकेट सुभाष मोहन स्नेही ने प्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप गाया है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के दौरान मंत्री ने दशहरा उत्सव में शामिल हुए देवी देवताओं को नजराना देने की घोषणा की है। जबकि दशहरा उत्सव से ठीक पहले सरकार और प्रशासन ने देवी देवताओं को नजराना न देने को लेकर स्पष्ट कर दिया था कि इस बार देवी देवताओं को नजराना नहीं दिया जाएगा। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद इस तरह की घोषणा करना सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। जबकि देवी देवताओं को नजराना देने के लिए सरकार को पहले ही निणर्य लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पहले ही महंगाई के चलते इस बार दशहरा उत्सव में शामिल होने वाले देवी देवताओं को दो गुणा नजराना दिया जाना चाहिए था लेकिन पहले सरकार द्वारा नजराना देने से इंकार करती है और उसके बाद आचार संहिता में नजराना देने का एलान करना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं बनता है। स्नेही ने कहा कि इस मसले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। अगर चुनाव आयोग इस पर गंभीरता से संज्ञान नहीं लेता है तो वह इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाएंगे। उल्लेखनीय हो कि सुभाष स्नेही प्रदेश हाईकोर्ट में वकालत भी करते हैं। चौथी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे सुभाष मोहन स्नेही ने भाजपा प्रत्याशी कुशाल ठाकुर को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने फोरलेन प्रभावितों
और विस्थापितों की लड़ाई के बहाने अपनी राजनैतिक जमीन को पुख्ता किया और जैसे ही उनको सरकार द्वारा कुर्सी दिखाई दी वह फोरलेन प्रभावितों की लड़ाई को मंझधार में छोड़कर सरकार की गोद में बैठ गए।