हिमाचल प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड से पंजीकृत मनरेगा और निर्माण मज़दूरों को मिलेगी आर्थिक सहायता 

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सुरभि न्यूज़ (ख़ुशी राम ठाकुर) बरोट। हिमाचल प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड से पंजीकृत मनरेगा और निर्माण मज़दूरों को बालिका के जन्म पर 51 हज़ार रूपए की राशि एफडी के रूप मे मिलेगी। यह जानकारी मंडी साक्षरता एवं जनविकास समीति के कन्वीनर और स्त्रोत व्यक्ति एन आर ठाकुर ने शुक्रवार के दिन चौहार घाटी के बरोट पंचायत में मजदूरों के लिए लगाए गए एक दिवसीय साक्षरता शिविर के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दी।

इस एक दिवसीय साक्षरता शिविर की अध्यक्षता बरोट पंचायत के प्रधान डाक्टर रमेश ठाकुर द्वारा की गई। इस साक्षरता शिविर में बरोट क्षेत्र के 114 लोगों ने भाग लिया। एन आर ठाकुर ने कहा कि बोर्ड से पंजीकृत मजदूरों को यह सहायता राशि उनकी बेटियों को मिलेगी जो बेटियों के नाम पर एफडी बनाकर उसे 18 वर्ष की आयु पूरा करने पर दे दी जाएगी।  उन्होंने कहा कि महिला मजदूरों को प्रसूति होने पर 25000 रूपए की सहायता अलग से मिलेगी और बच्चे की देखभाल के लिए साढ़े छः माह तक की छुट्टी का भी प्रावधान रखा हुआ है वहीँ मानसिक रूप से मंद या अपंग बच्चों की देखभाल के लिए 25000 रूपए की सालाना राशि दी जाएगी। दुर्घटना एवं बीमारियों के कारण आई विकलांगता पर 500 रूपए पेंशन दी जाएगी। 50 प्रतिशत से अधिक विकलांगता की स्थिति में 50 000 और 50 प्रतिशत से कम विकलांगता होने पर 25000 रूपए की सहायता राशि श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड से 60 वर्ष की आयु पूरी हो जाने पर  प्रतिमाह 1000 रूपए की पेंशन का भी प्रावधान रखा हुआ है वहीँ विधवा पेंशन 1500 रूपए प्रतिमाह मिलेगी।

उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री तथा प्रधान मंत्री आवास योजना के लिए चयनित लोगों को श्रमिक बोर्ड से डेढ़ लाख रूपए की मदद अगल से दी जाएगी। बीमारी के इलाज़ के लिए पंजीकृत मजदूरों और उनके आश्रितों को उपचार का खर्चा भी मिलेगा।  सरकारी व मान्यता प्राप्त नीजि अस्पतालों में बाहरी उपचार के लिए अधितम 50000 रूपए दाखिल होने पर एक लाख और गंभीर बीमारियों के इलाज़ के लिए 500000 रूपए की राशि  सालाना देने का भी प्रावधान रखा हुआ है। मजदूरों के दो बच्चों की शादी के लिए 51 हज़ार तथा शिक्षा के लिए 8400 लेकर एक लाख बीस हज़ार तक की सहायता राशि हर वर्ष मिलेगी।  उन्होंने कहा कि पंजीकृत मज़दूरों की प्राकृतिक रूप से मौत होने पर आश्रितों को 2 लाख तथा दुर्घटना से मौत होने पर चार लाख और दाह संस्कार के लिए बीस हज़ार रूपर अलग से मिलेंगे। एनआरठाकुर ने कहा कि कहा कि  मंडी साक्षरता एवं जन विकास समीति आजकल द्रंग खंड की सभी पंचायतों में भी कामगारों के लिए इसी तरह के साक्षरता शिविर लगा रही है ताकि लोग अपना पंजीकरण समय प्र करवा सके और इन योजनाओं का पूरा–पूरा लाभ उठा सके।

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